
विवाह सिर्फ दो दिलों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का बंधन होता है। पुराने समय में माता-पिता अपने बच्चों के लिए जीवनसाथी चुनने से पहले गोत्र, कुल, कुंडली और पारिवारिक प्रतिष्ठा को परखते थे। लेकिन समय के साथ इस प्रक्रिया में बड़ा बदलाव आया है। अब गुण-मिलान और राशि के साथ-साथ CIBIL Score भी रिश्तों की डोर को मजबूत या कमजोर करने का नया पैमाना बन चुका है। आधुनिक दौर में वित्तीय स्थिरता को लेकर बढ़ती जागरूकता के कारण माता-पिता शादी तय करने से पहले लड़के की क्रेडिट हिस्ट्री तक खंगालने लगे हैं।
ऐसा ही एक अनोखा मामला सामने आया, जहां शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, कार्ड बंट चुके थे, लेकिन ऐन वक्त पर लड़के के खराब CIBIL Score ने उसकी पोल खोल दी। दुल्हन के परिवार ने जब लड़के की आर्थिक स्थिति और लोन डिफॉल्ट के बारे में जाना, तो बिना देर किए रिश्ता तोड़ दिया। यह कहानी केवल एक शादी टूटने की नहीं, बल्कि उस बदलते दौर की है, जहां प्रेम और गुणों के साथ-साथ वित्तीय जिम्मेदारी भी एक जरूरी कसौटी बन गई है।
दिल्ली के रोहिणी इलाके में रहने वाले अग्रवाल परिवार की बेटी प्रिया की शादी गुड़गांव के एक प्रतिष्ठित बिजनेसमैन परिवार के बेटे अमित से तय हुई थी। लड़का दिखने में अच्छा था, पढ़ा-लिखा था, और अच्छी नौकरी करता था। दोनों परिवारों ने बड़ी धूमधाम से शादी की तैयारियां शुरू कर दीं। महंगे वेडिंग हॉल बुक कर लिए गए, डेकोरेशन और डीजे की बुकिंग हो चुकी थी।
लेकिन फिर आया Twist!
प्रिया के पिता सुरेश अग्रवाल एक अनुभवी कारोबारी थे, जिन्हें वित्तीय मामलों की गहरी समझ थी। उन्होंने शादी से कुछ दिन पहले अमित का CIBIL Score चेक करवाया, ताकि वे यह सुनिश्चित कर सकें कि उनकी बेटी की शादी एक जिम्मेदार और आर्थिक रूप से स्थिर लड़के से हो रही है। रिपोर्ट सामने आते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
अमित के नाम पर कई क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट थे, लाखों रुपये के पेंडिंग लोन थे, और उसका CIBIL Score 600 से भी नीचे था! यह स्थिति बताती थी कि अमित वित्तीय रूप से बहुत अनियमित था और उसकी आर्थिक स्थिति उतनी मजबूत नहीं थी, जितनी उसने बताई थी।
सुरेश अग्रवाल ने तुरंत अपनी बेटी और परिवार के अन्य सदस्यों को इस बारे में बताया। प्रिया भी इस खबर से स्तब्ध थी। जब उन्होंने लड़के के परिवार से इस बारे में बात की, तो वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। अंततः शादी से सिर्फ तीन दिन पहले यह रिश्ता तोड़ दिया गया।
इस घटना के बाद इलाके में चर्चा का माहौल बन गया। लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि एक शादी सिर्फ CIBIL Score की वजह से टूट सकती है, लेकिन यह आज की हकीकत बन चुकी है।

आज के दौर में वित्तीय ईमानदारी और जिम्मेदारी रिश्तों के लिए उतनी ही महत्वपूर्ण हो गई है, जितनी व्यक्तिगत और पारिवारिक प्रतिष्ठा। सिर्फ अच्छी नौकरी या बिजनेस काफी नहीं, बल्कि व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री भी उसकी साख का हिस्सा बन गई है। यह कहानी उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है, जो अपने वित्तीय फैसलों को हल्के में लेते हैं। अब शादी के लिए सिर्फ गुण और कुंडली नहीं, बल्कि CIBIL Score भी मैच करवाना जरूरी हो गया है!
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