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अनूपपुर में ‘प्रतिपक्ष’ की नई परिभाषा – कांग्रेस नेता ने इस्तीफा दिया, बीजेपी ने मौन सहमति से स्वीकार किया!

अनूपपुर में ‘प्रतिपक्ष’ की नई परिभाषा – कांग्रेस नेता ने इस्तीफा दिया, बीजेपी ने मौन सहमति से स्वीकार किया!

अनूपपुर में कांग्रेस-बीजेपी नेताओं के बीच अघोषित गठजोड़? कांग्रेस उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, लगाए बड़े आरोप!
अनूपपुर: जिले की राजनीति में कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच बढ़ते भाईचारे की चर्चाओं के बीच बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष जीवेन्द्र सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, और इसके पीछे उन्होंने कांग्रेस में जातिगत भेदभाव, गुटबाजी और नेतृत्व की हठधर्मिता को जिम्मेदार ठहराया है।
कांग्रेस में बगावत, बीजेपी की चुप्पी पर सवाल
अपने त्यागपत्र में जीवेन्द्र सिंह ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष रमेश सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं को लगातार अपमानित किया जा रहा है।
गणतंत्र दिवस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के आदेश के बावजूद ध्वजारोहण न होना।

युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्याम कुमार उर्फ गुड्डू चौहान को गलत तरीके से निष्कासित किया जाना। जब वह बीजेपी नगर पालिका अध्यक्ष का विरोध कर रहे थे।
अल्पसंख्यक समुदाय के वरिष्ठ कार्यकर्ता को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जाना।
जीवेन्द्र सिंह का यह इस्तीफा कांग्रेस में गहराते संकट और गुटबाजी को उजागर करता है। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस पूरी घटना पर बीजेपी ने चुप्पी साध रखी है।
कांग्रेस में टूट, बीजेपी के साथ “अघोषित गठजोड़” का खेल?
स्थानीय स्तर पर चर्चा है कि कांग्रेस और बीजेपी के कुछ नेता पर्दे के पीछे एक-दूसरे को लाभ पहुंचा रहे हैं।
कांग्रेस के अंदरूनी झगड़ों से बीजेपी को सीधा फायदा हो रहा है, लेकिन बीजेपी कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही।
सूत्रों की मानें तो बीजेपी और कांग्रेस के कुछ बड़े नेता आपसी मेलजोल बनाए हुए हैं।
चुनावी समीकरणों के तहत कुछ नेता सत्ता का समीकरण साध रहे हैं।
कार्यकर्ताओं में नाराजगी, जनता में संशय
इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस और बीजेपी दोनों के कार्यकर्ता असमंजस में हैं।

कांग्रेस के निचले स्तर के कार्यकर्ता सवाल उठा रहे हैं कि क्या कांग्रेस अब बीजेपी की ‘बी’ टीम बन गई है?
बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं को भी यह “मूक समर्थन” अटपटा लग रहा है।
अब सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व इस बगावत पर संज्ञान लेगा? क्या बीजेपी स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के संकट का फायदा उठाकर अपना आधार मजबूत करेगी? या फिर यह स्थानीय राजनीति का नया “गुप्त गठबंधन” है, जो जनता को अब धीरे-धीरे समझ में आ रहा है?
इस पूरे घटनाक्रम ने अनूपपुर की राजनीति में हलचल मचा दी है, और आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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Kailash Pandey
Anuppur
(M.P.)

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