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दुर्घटनाग्रस्त संपादक पुष्पेंद्र त्रिपाठी के शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दीं जिला चिकित्सालय की लचर व्यवस्थाओं पर उठे सवाल
अनूपपुर।
पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने सशक्त लेखनी से समाज को दिशा देने वाले अनूपपुर समाचार पत्र के संपादक पुष्पेंद्र त्रिपाठी (दादू) शनिवार रात एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। अज्ञात स्कूटी सवार की टक्कर से उन्हें गंभीर चोटें आईं, जिसके चलते उनके पैर में कंपाउंड फ्रैक्चर हो गया। जिला चिकित्सालय अनूपपुर में रात्रिकालीन एक्स-रे सुविधा के अभाव के कारण उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
श्रमजीवी पत्रकार परिषद ने जताई चिंता
राष्ट्रीय श्रमजीवी पत्रकार परिषद इकाई अनूपपुर ने पुष्पेंद्र त्रिपाठी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना की। परिषद के वरिष्ठ सदस्यों ने दुर्घटना के बाद जिला चिकित्सालय में आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं के अभाव पर कड़ा विरोध जताया और इसे प्रशासन की लापरवाही का गंभीर उदाहरण बताया।
स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांग
परिषद ने जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से यह मांग की है कि जिला चिकित्सालय में रात्रि के समय एक्स-रे सुविधा और अन्य आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके साथ ही, एक्स-रे मशीन ऑपरेटर को जिला मुख्यालय में निवास करने के सख्त निर्देश दिए जाएं, ताकि आकस्मिक घटनाओं में मरीजों को समय पर उपचार मिल सके।
पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल
श्रमजीवी पत्रकार परिषद ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पत्रकार हमेशा अपराधियों के निशाने पर रहते हैं, और ऐसे में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है।
श्रमजीवी पत्रकार परिषद के जिला और संभागीय पदाधिकारियों समेत बड़ी संख्या में पत्रकारों ने पुष्पेंद्र त्रिपाठी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
राजेश शुक्ला, चैतन्य मिश्रा, अमित शुक्ला, श्रवण कुमार उपाध्याय, उमाशंकर पाण्डेय, रमाकांत शुक्ला, संदीप द्विवेदी, दुर्गा शुक्ला, शैलेंद्र द्विवेदी, विनोद विन्धेश्वरी पाण्डेय, संतोष झा, प्रदीप कुमार मिश्रा, धर्मेन्द्र कान्त तिवारी, शिवम साहू, लक्ष्मी नारायण शुक्ला, आशीष द्विवेदी, बद्रीनाथ तिवारी, अजीत तिवारी, गौरव दहिया, आशुतोष सिंह, बृजेश जायसवाल, रमेश जायसवाल, अभिषेक द्विवेदी, शैलेन्द्र विश्वकर्मा, राजेश सिंह, राजकुमार शुक्ला, नीरज द्विवेदी, अमित तिवारी, दिगंबर शर्मा, सीताराम पटेल, डी.एस. राव, मदनमोहन मिश्रा, सुनील मिश्रा, प्रमोद तिवारी, चंदन केवट, पुनीत सेन, निजामुद्दीन, धनंजय तिवारी, कमलेश मिश्रा, श्रीराम केवट, रामचरण मिश्रा, अमीन वारसी, अरविंद मिश्रा, संस्कार गौतम, साबिर अली, अनिल कुमार सोनी, प्रीतम तिवारी, राजकुमार यादव, दिनेश केवट, प्रकाश तिवारी (मोन्टी), अरुण त्रिपाठी, बबलू मिश्रा, इंद्रपाल यादव, अमित कुमार बैंस, श्याम तिवारी, दीपेश जैन, प्रहलाद गुप्ता, गिरीश राठौर, पवन गौतम, मनोज जैन, बृजेश द्विवेदी, अनिल राठौर, भगवान दास मिश्रा, विजय राठौर, सूरज राठौर और होलकर मान्डवी शामिल रहे।
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर उठे सवाल
पत्रकार परिषद ने प्रशासन से यह सवाल किया है कि कब तक स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों का खामियाजा आम जनता और पत्रकारों को भुगतना पड़ता है। उन्होंने जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को तत्काल प्रभाव से दुरुस्त करने की मांग की।
पत्रकारों ने जिला प्रशासन और शासन से अपील की कि पत्रकारों की सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
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