भोपाल में आज जनहित पार्टी की “घुसपैठिए भगाओ, देश बचाओ” यात्रा ने जनजागरण और विरोध अभियान के माध्यम से नागरिकों, छात्रों, वकीलों, और सरकारी कर्मचारियों के बीच एक व्यापक संवाद स्थापित किया। यह यात्रा मुख्य रूप से असम के एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) से जुड़े भ्रष्टाचार और घुसपैठियों के मुद्दे पर केंद्रित रही, जिसमें 260 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के आरोपी प्रतीक हजेला के खिलाफ कार्रवाई की मांग प्रमुख रही।
प्रारंभिक संपर्क अभियान: छात्रों की भागीदारी
यात्रा की शुरुआत भोपाल के एमपी नगर जोन 2 से हुई, जहां जनहित पार्टी के सदस्यों ने चाय-नाश्ते की दुकानों पर छात्रों से अनौपचारिक बातचीत की।
छात्रों ने बड़े उत्साह से मुद्दे पर चर्चा की और यात्रा का समर्थन किया।
कई छात्रों ने अपने वीडियो संदेशों के माध्यम से इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की और हेमंत विश्व शर्मा सरकार के फैसले को “बड़ा अपराध” बताया।
यह स्पष्ट हुआ कि युवाओं में इस विषय पर जागरूकता और आक्रोश बढ़ रहा है।
जिला न्यायालय में वकीलों से संवाद
एमपी नगर से आगे बढ़ते हुए यात्रा जिला न्यायालय पहुंची, जहां वकीलों के साथ बातचीत हुई।
वकीलों ने प्रतीक हजेला प्रकरण पर गहरी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासित हेमंत विश्व शर्मा सरकार से इस तरह की कार्रवाई की उम्मीद नहीं थी।
वकीलों ने यह भी सवाल उठाया कि क्यों 260 करोड़ के घोटाले में आरोपित व्यक्ति को बिना जांच के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दी गई।
सरकारी कर्मचारियों और वल्लभ भवन में पत्रक वितरण
यात्रा का अगला पड़ाव वल्लभ भवन और सतपुड़ा भवन था, जहां सरकारी कर्मचारियों के बीच पत्रक वितरित किए गए।
कर्मचारियों ने इस मुद्दे पर सहमति व्यक्त की और सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए।
जनहित पार्टी ने घोटाले की जांच की मांग के लिए अधिक से अधिक समर्थन जुटाने का प्रयास किया।
हजेला अस्पताल के सामने प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन
यात्रा का समापन प्रतीक हजेला के परिवार के अस्पताल, हजेला अस्पताल, के सामने प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन के साथ हुआ।
पार्टी ने कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रतीक हजेला पर 260 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लगाए।
उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सरकार ने प्रतीक हजेला को लोक लेखा समिति के सामने पेश होने से बचने का अवसर प्रदान किया।
पार्टी ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को “साजिशपूर्ण” बताते हुए इसे तत्काल रद्द करने की मांग की।
आगे की योजना बुधनी और होशंगाबाद में यात्रा
अब यह यात्रा पूर्ण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुधनी और होशंगाबाद की ओर बढ़ेगी, जहां जनहित पार्टी स्थानीय नागरिकों और कार्यकर्ताओं को इस मुद्दे से जोड़ने का प्रयास करेगी।
पार्टी नेतृत्व और मुख्य उपस्थित लोग
इस यात्रा का नेतृत्व जनहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अभय जैन ने किया, जिनके साथ महामंत्री श्री मनीष काले, उपाध्यक्ष श्री सुभाष बारोड, आबोध सिंह तोमर, अरविंद भदोरिया, धर्मवीर भदोरिया, रामबाबू समाधिया, राजेश यादव, और बंटी तोमर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
“घुसपैठिए भगाओ, देश बचाओ” यात्रा ने भोपाल में जनजागृति का माहौल तैयार किया और प्रतीक हजेला प्रकरण को लेकर जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने में सफलता प्राप्त की। यह अभियान भाजपा शासित सरकारों की नीतियों पर सवाल खड़ा करने के साथ-साथ एक व्यापक विरोध आंदोलन की ओर संकेत करता है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह यात्रा भविष्य में अन्य जिलों में कितना प्रभाव डालती है और क्या सरकार इस पर कोई प्रतिक्रिया देती है।
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Kailash Pandey
Anuppur (M.P.)
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