बेरुत के दक्षिणी उपनगर दाहीयेह में स्थित दो मील लंबी सड़क पर बिखरी हुई कारों के मलबे और ध्वस्त इमारतों का दृश्य नजर आता है। यह इलाका हिज़बुल्ला का प्रमुख गढ़ है और हाल के दो महीनों में इजरायल के हवाई हमलों का मुख्य निशाना बना है। इन हवाई हमलों में दर्जनों इमारतें तबाह हो गईं हैं, जिसमें हिज़बुल्ला के कार्यालय और हथियारों के भंडारण स्थल प्रमुख लक्षित थे। लेकिन इन हमलों का शिकार केवल सैन्य ठिकाने नहीं, बल्कि दुकानों, रेस्तरां, कैफे और नागरिकों के घर भी हुए हैं।
विश्व बैंक के अनुसार, युद्ध के दौरान लेबनान में लगभग 100,000 आवासीय इकाइयों को आंशिक या पूरी तरह से नुकसान पहुंचा है। इस संघर्ष के परिणामस्वरूप भौतिक नुकसान और आर्थिक क्षति की अनुमानित लागत 8.5 बिलियन डॉलर से अधिक है।
लेबनान के नागरिक युद्ध और इसके बाद के वर्षों में पहले से ही संघर्षों से जूझ रहे हैं, और इस ताजा युद्ध ने उनकी हालत और भी खराब कर दी है। हवाई हमलों के कारण प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोग न केवल अपने घरों को खो चुके हैं, बल्कि उनका व्यापार और रोजगार भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
प्रतीकात्मक चित्र
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