इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू एकता को प्रोत्साहित करना और सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए जनजागृति पैदा करना है। यात्रा का समापन 29 नवंबर को ओरछा स्थित राम राजा सरकार के दर्शन के साथ होगा. प्रारंभिक स्थान: बागेश्वर धाम, छतरपुर जिला।
गंतव्य: ओरछा धाम, निवाड़ी जिला।
दूरी और समयावधि: लगभग 160 किलोमीटर की दूरी, 8 दिनों में पूर्ण।
प्रतिदिन यात्रा: हर दिन लगभग 20 किलोमीटर पैदल चलना।
विश्राम स्थल: यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर रात्रि विश्राम और भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।
26 नवंबर को निवाड़ी जिले में प्रवेश।
27 और 28 नवंबर को निवाड़ी के विभिन्न स्थानों पर विश्राम।
समाप्ति समारोह: ओरछा में भव्य भजन संध्या और राम राजा सरकार के दर्शन के साथ यात्रा संपन्न होगी।
यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए पहले से पंजीकरण की प्रक्रिया रखी गई है, ताकि भोजन और विश्राम की उचित व्यवस्था हो सके।
यात्रा के दौरान हिंदू एकता और सनातन धर्म को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए रामधुन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
प्रशासनिक और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की सघन तैयारी की गई है, ताकि यात्रा सुचारू रूप से पूरी हो।
यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को थाली, कंबल और बिस्तर साथ लाने की सलाह दी गई है। इस आयोजन को लेकर स्थानीय समुदाय और विदेशी भक्तों में भी भारी उत्साह देखा जा रहा है।
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