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एनजीओ ने रजिस्टर कराए फर्जी एड्स मरीज!

एनजीओ ने रजिस्टर कराए फर्जी एड्स मरीज!



एनजीओ की पूर्व कर्मचारी के गंभीर आरोप, कलेक्टर से शिकायत,बिलों में फर्जीवाड़ा, अस्पतालों के कर्मचारी भी  गोरखधंधे में शामिल


जबलपुर। एड्स की रोकथाम के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों को एनजीओ जागृति युवा मंच समिति ने फर्जीवाड़ा कर धन कमाने का जरिया बना लिया है। इस एनजीओ में पूर्व में कार्यरत रहीं आदर्श भाटिया ने शिकायत में कलेक्टर कार्यालय को बताया कि ये एनजीओ फर्जी एड्स मरीज रजिस्टर कराता है,जिसमें सरकारी सिस्टम का स्टाफ भी मिला हुआ है। इस एनजीओ के प्रमुख रामलखन तिवारी पर लगाए गंभीर आरोपों से जुड़ी शिकायत पर कलेक्टर ने जांच शुरु करा दी है।
कैसा एचआईवी की रोकथाम का खेल
नेशनल एड्स कंट्रोल संस्थान एवं मध्य प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण बोर्ड  द्वारा एनजीओ के माध्यम से एचआईवी की रोकथाम एवं जागरूकता के लिए काम किया जाता है। जागृति युवा मंच समिति 2019 से ये कार्य कर रही है।  एनजीओ द्वारा जिन्हें  रजिस्टर कराया जाता है, उनकी हर 6 माह में एचआईवी जांच एवं हर तीन माह में इनको रेगुलर मेडिकल चेक-अप कराना संस्था का काम होता है और इसके बदले संस्था को सरकार से मोटी रकम मिलती है। जब मरीज ही फर्जी होते हैं तो उनके चेक-अप वगैरह का सवाल ही नहीं उठता, सब कुछ कागजों में चल रहा है और सरकार तक झूठे आंकड़े भेजे जा रहे हैं।
नाम वही, बाकी डिटेल अलग
आरोपित है कि यदि हर छह माह में हुई किसी व्यक्ति की एचआईवी जांच का रिकॉर्ड चैक किया जाएगा तो उसका नाम तो वही मिलेगा,लेकिन उसकी पर्सनल डिटेल हर बार अलग अलग मिलेगी। इस तरह की फर्जी जांच में जिला अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा भी बिना जांच के  रजिस्टर में एंट्री की जाती है। आरोपित है कि जिस नाम का व्यक्ति है ही नहीं, उसकी एंट्री रजिस्टर में की जाती है। इन मरीजों की ओपीडी पर्ची और उसमें लिखी दवाईयों की जांच की जाए तो सारा कच्चा चि_ा सामने आ जाएगा। ये एनजीओ अपने पोर्टल भी यही गोरखधंधा कर रही है और अब तक किसी ने जांच -पड़ताल नहीं की है।
खाते में सैलरी, नकद लेते थे वापिसी
शिकायतकर्ता के अनुसार,उसने सितंबर 2023 से जुलाई 2024 तक इस एनजीओ के साथ काम किया है। ये एनजीओ खाते में सैलरी डालता था,लेकिन दो हजार रुपये नकद वापिस मांग लिये जाते थे। शिकायतकर्ता ने जब फर्जीवाड़े का विरोध किया तो उसने नौकरी से निकालने की धमकी दी और ऐसी स्थितियां निर्मित की उसने एकदिन खुद ही नौकरी छोड़ दी।
मामले की जांच कराई जाएगी
शिकायत में गंभीर आरोप लगाए गये हैं,निश्चित रूप से इसकी जांच कराई जाएगी और सरकारी अस्पतालों के उन कर्मचारियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा, जो इस फर्जीवाड़े में हिस्सेदार हैं।
दीपक सक्सेना,कलेक्टर

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