रूस ने डिस्कॉर्ड, एक लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म, पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कार्रवाई के पीछे रूस के संचार नियामक का कहना है कि डिस्कॉर्ड ने देश के कानूनों का उल्लंघन किया है। मुख्यतः यह प्लेटफ़ॉर्म उन सामग्री को हटाने में असफल रहा जो रूस के अनुसार अवैध थीं, जैसे कि चरमपंथी, आतंकवादी गतिविधियों और ड्रग्स के प्रचार से जुड़ी सामग्री। रूस ने प्लेटफ़ॉर्म को अक्टूबर 2024 में लगभग 1,000 से अधिक अवैध सामग्रियों को हटाने का आदेश दिया था, लेकिन डिस्कॉर्ड ने इसका पालन नहीं किया। डिस्कॉर्ड जैसे प्लेटफार्मों पर इंटरनेट के दुरुपयोग को दर्शाता है, जहां चरमपंथी समूह, आतंकवादी और ड्रग कार्टेल्स इन प्लेटफार्मों का गलत इस्तेमाल करते हैं। छाया में कुछ लोग कंप्यूटर का उपयोग कर रहे हैं, और उनके आस-पास आतंकवाद, ड्रग्स और अपराध के प्रतीक दिखाई दे रहे हैं। यह वातावरण अंधकारपूर्ण और खतरनाक है, जो ऑनलाइन प्लेटफार्मों के छिपे और गुप्त रूप से किए जाने वाले अवैध कार्यों को इंगित करता है।
इन प्लेटफार्मों का इस्तेमाल आतंकवाद और चरमपंथ के लिए हो सकता है, इसलिए इन्हें बैन किया जा रहा है।
इस प्रतिबंध के बाद, रूस में डिस्कॉर्ड के 30 से 40 मिलियन उपयोगकर्ता प्रभावित होंगे, हालांकि रूस में टेलीग्राम की तुलना में इसका उपयोग कम था।रूस में डिस्कॉर्ड का दुरुपयोग मुख्यतः विभिन्न चरमपंथी, आतंकवादी संगठनों और ड्रग्स के व्यापार से जुड़े समूहों द्वारा किया जा रहा था। रूस के संचार नियामक के अनुसार, इस प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग अवैध सामग्री जैसे कि आतंकवाद, नशीली दवाओं के प्रसार, और हिंसक गतिविधियों के प्रचार के लिए किया जा रहा था। इसके अलावा, सरकार का यह भी मानना था कि यह प्लेटफ़ॉर्म रूस-विरोधी गतिविधियों को संगठित करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके साथ ही, रूस की सरकार इंटरनेट पर अपनी पकड़ बढ़ाने की कोशिश कर रही है, जिससे पश्चिमी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। इनमें से कुछ प्लेटफ़ॉर्म्स का उपयोग असंतुष्ट और विपक्षी समूहों द्वारा भी किया जा सकता है, जो सरकार की नीतियों का विरोध करते हैं।
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