
श्रावण मास की पावन कांवड़ यात्रा के दौरान झारखंड के देवघर जिले में मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। बाबा बैद्यनाथ धाम और बासुकीनाथ मंदिर जल चढ़ाने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी बस की आमने-सामने टक्कर गैस सिलेंडर से लदे ट्रक से हो गई। हादसे में अब तक 18 कांवड़ियों की मौत की पुष्टि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने की है, वहीं स्थानीय प्रशासन के अनुसार 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं।
यह दर्दनाक दुर्घटना देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जमुनिया जंगल के पास हुई। हादसे के बाद बस और ट्रक के परखच्चे उड़ गए और राहत एवं बचाव कार्य के लिए पुलिस, एंबुलेंस और प्रशासन की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंचीं।
बस में लगभग 40 से अधिक श्रद्धालु सवार थे, जो झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से आए थे।
सड़क पर अचानक मोड़ के पास तेज गति से आ रहा सिलेंडर लदा ट्रक बस से टकरा गया।
टक्कर इतनी भीषण थी कि कई यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, और कुछ ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
ट्रक पर लदे गैस सिलेंडरों की वजह से विस्फोट का खतरा बना रहा, लेकिन फायर ब्रिगेड की मुस्तैदी से बड़ा हादसा टल गया।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने X (ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए हादसे को ‘बहुत ही दुखद और पीड़ादायक’ बताया और लिखा कि “देवघर में 18 कांवड़ियों की मृत्यु हृदय विदारक है।”
स्थानीय पुलिस अधीक्षक और देवघर डीसी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मृतकों के परिजनों को शीघ्र आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया।
प्रशासन द्वारा मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और घायलों का इलाज देवघर सदर अस्पताल एवं PMCH धनबाद में जारी है।
स्थान मोहनपुर थाना क्षेत्र, देवघर, झारखंड
समय 29 जुलाई 2025, सुबह 4:30 बजे
दुर्घटना बस ↔ गैस सिलेंडर ट्रक आमने-सामने की टक्कर
मृतक 18 (सांसद के अनुसार), 5 (प्रशासन की प्रारंभिक पुष्टि)
घायल 15+ (गंभीर अवस्था में), अन्य हल्के चोटिल
यात्रा उद्देश्य बाबा बैद्यनाथ धाम जलाभिषेक (कांवड़ यात्रा)
राहत कार्य पुलिस, प्रशासन, एंबुलेंस और दमकल की तत्पर कार्रवाई
सावधानी और जिम्मेदारी
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार और ब्लाइंड टर्न हमेशा से खतरनाक रहे हैं। कई बार हादसे की आशंका जताई जा चुकी थी लेकिन कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए।
अब यह हादसा प्रशासन की लापरवाही और अधूरी सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर रहा है।
श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु ने पूरे झारखंड, बिहार और बंगाल में शोक की लहर दौड़ा दी है। यह हादसा एक बार फिर यह याद दिलाता है कि तीर्थ यात्राओं में सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। सरकार से मांग है कि दोषी ट्रक ड्राइवर पर कड़ी कार्रवाई के साथ मृतकों के परिजनों को मुआवजा और घायलों को सर्वोत्तम



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