
पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान के निर्देशन एवं कोतवाली प्रभारी अरविंद जैन के नेतृत्व में अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा
अनूपपुर, मध्यप्रदेश |
अनूपपुर पुलिस ने एक बार फिर अपनी सुदृढ़ कार्यप्रणाली और तेज़ कार्रवाई से यह सिद्ध कर दिया कि अपराध कितना भी हाई-टेक हो, कानून के शिकंजे से बच पाना असंभव है। ऑनलाइन गेमिंग एप्स 11x Play और Myfairplay के माध्यम से दोगुना-तिगुना रकम देने का लालच देकर ठगी एवं सट्टा खिलाने वाले एक अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए अनूपपुर पुलिस ने पुणे (महाराष्ट्र) से 6 अन्य आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर एक और महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की है।
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री मोती उर रहमान जी के द्वारा पुणे (महाराष्ट्र) भेजी गई कोतवाली पुलिस टीम ने जिले में गेमिंग एप में दोगुना तिगुना रकम देने का लालच देकर धोखाधड़ी करने एवं आनलाईन सट्टा खिलाने के थाना कोतवाली अनूपपुर में पंजीबद्ध प्रकरण में गिरोह के 06 अन्य आरोपियों को पुणे (महाराष्ट्र) से रंगे हाथों पकड़ा जाकर गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। अनूपपुर पुलिस द्वारा अब तक उक्त अंतर्राज्यीय गिरोह के 13 आरोपियों को कोतमा, इन्दौर एवं पुणे (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया जा चुका है।
कैसे हुआ गिरोह का भंडाफोड़
दिनांक 12 जुलाई 2025 को फरियादी दीपक राठौर द्वारा ऑनलाइन ठगी की शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान जी के निर्देशन में थाना कोतवाली अनूपपुर में अपराध क्रमांक 350/25 पंजीबद्ध किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि कोतमा निवासी संस्कार जायसवाल और घनश्याम बसोर एप के माध्यम से लोगों से ठगी कर रहे थे।
इनकी गिरफ्तारी के बाद जब मामले की परतें खुलीं तो यह सामने आया कि यह नेटवर्क इंदौर शहर से ऑपरेट हो रहा है। एक सुनियोजित छापेमारी में इंदौर के प्लैटिनम पैराडाइज कॉलोनी से 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए जिनके कब्जे से मोबाइल, सिम, पासबुक, एटीएम कार्ड और नगदी जप्त की गई।
गिरोह का मास्टरमाइंड और पुणे से की गई गिरफ्तारी
इंदौर से मिली जानकारियों के आधार पर गिरोह के सरगना कैफ खान और रिज़वान खान का सुराग मिला, जो पुणे (महाराष्ट्र) में हाईटेक सेटअप से ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क चला रहे थे।
टीआई अरविंद जैन के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक महेन्द्र सिंह और विनय बैस सहित पुलिस टीम ने अल्हो टॉवर, थाना बानेर, पुणे में दबिश देकर नीचे के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया:
1. दिशांत खान (भिलाई)2. सुशील सिंह उइके (बिलासपुर)3. रामावतार साहू (जांजगीर-चांपा)4. रूपेश बैगा (कोतमा, अनूपपुर)5. पुरुषोत्तम वर्मा (रायपुर) 6. युगल किशोर श्रीवास (बाराद्वार, छ.ग.)
गिरफ्तारी के समय इनसे 2 लैपटॉप, 16 एंड्रॉइड मोबाइल, 50+ सिम कार्ड बरामद किए गए।
अभूतपूर्व कार्य के लिए पुलिस टीम को प्रशंसा और पुरस्कार
पुणे से आरोपियों को गिरफ्तार कर जब अनूपपुर लाया गया, तब पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान जी ने स्वयं थाने पहुँचकर आरोपियों से पूछताछ की। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए उन्होंने टीआई अरविंद जैन सहित उनकी टीम —
उपनिरीक्षक प्रवीण कुमार साहू,एएसआई सुरेंद्र प्रताप सिंह,प्रधान आरक्षक शेख रसीद,शिवशंकर प्रजापति,संदीप साहू,महेंद्र राठौर,विनय बैस,
साइबर सेल प्रभारी राजेंद्र अहिरवार
और आरक्षक पंकज मिश्रा — को पुरस्कार देने की घोषणा की।
पुलिस अधीक्षक द्वारा नागरिकों के लिए चेतावनी (एडवाइजरी)
श्री मोती उर रहमान जी ने जिलेवासियों से अपील की है
“किसी भी ऑनलाइन एप या व्यक्ति के द्वारा ‘राशि दोगुना-तिगुना करने’ के झांसे में न आएं। यह पूरी तरह से धोखाधड़ी का जाल है। कोई भी संदेहास्पद कॉल या सोशल मीडिया मैसेज मिलने पर तुरंत नजदीकी पुलिस थाने को सूचना दें।”
यह कार्रवाई केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि समाज को साइबर ठगी के विरुद्ध जागरूक करने और अपराधियों के मनोबल को तोड़ने की एक साहसिक पहल है। अनूपपुर पुलिस की इस सफलता ने न केवल जनता में विश्वास बढ़ाया है बल्कि एक बार फिर यह सिद्ध किया है कि तकनीक के सहारे किए जा रहे अपराध अब कानून से बच नहीं सकते।



Leave a Reply