
अंतरराष्ट्रीय संत समाज ने अमरकंटक में ध्यान साधना व स्वच्छता अभियान चलाकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
संवाददाता / श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक। पवित्र नगरी अमरकंटक, जहां मां नर्मदा का उद्गम स्थल स्थित है, वहां आध्यात्मिक साधना और स्वच्छता के संगम का अनुपम दृश्य देखने को मिला। हरिहरानंद ध्यान कुटीर क्रियायोग आश्रम, माई की बगिया में 3 से 10 मार्च 2025 तक विश्वस्तरीय संन्यासी सम्मेलन और ध्यान साधना शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न देशों से 91 संन्यासी और ब्रह्मचारिणीयों ने भाग लिया।
इस विशेष आयोजन का नेतृत्व क्रियायोग विश्वगुरु परमहंस प्रज्ञानानंद जी महाराज ने किया, जो क्रियायोग इंटरनेशनल संस्थान (अमेरिका), प्रज्ञान मिशन (भारत), क्रियायोग जेंड्रम (ऑस्ट्रिया), क्रियायोग आश्रम (ऑस्ट्रेलिया), दक्षिण अमेरिका सहित अनेक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक संस्थानों के प्रमुख हैं।
स्वच्छता अभियान: आध्यात्मिकता के साथ प्रकृति संरक्षण का संदेश
08 मार्च 2025 को, संत समाज ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से माई की बगिया से रामघाट तक स्वच्छता अभियान चलाया। यह अभियान स्वामी प्रज्ञानानंद जी महाराज के सानिध्य में आयोजित हुआ, जिसमें सभी संतों और ब्रह्मचारियों ने सड़कों के किनारे फैले कचरे को हटाते हुए नर्मदा उद्गम स्थल और रामघाट तट की सफाई की।
परमहंस प्रज्ञानानंद जी महाराज ने इस अवसर पर अपने आशीर्वचन में कहा—
“स्वच्छ भारत, स्वच्छ नदियां और स्वच्छ समाज हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रशासन और आमजन को इस अभियान से प्रेरणा लेकर स्वच्छता को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए।”

विश्वभर से संतों की सहभागिता
इस आयोजन में कई प्रतिष्ठित संतों और आध्यात्मिक गुरुओं ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
अमरकंटक ध्यान कुटीर प्रमुख – स्वामी शुद्धानंद गिरि जी महाराज
प्रयाग आश्रम – स्वामी परिपूर्णानंद गिरि
सियाटेल आश्रम (अमेरिका) – स्वामी आत्मविद्यानंद गिरि
टेक्सास आश्रम (अमेरिका) – स्वामी संपूर्णानंद गिरि
ब्राजील आश्रम – स्वामी ईश्वरानंद गिरि
वियना आश्रम (यूरोप) – स्वामी स्वतंत्रतानंद गिरि
पोलैंड आश्रम – स्वामी प्रभवानंद गिरि
शिकागो आश्रम – स्वामी सहजानंद गिरि
फ्लोरिडा आश्रम (यूएसए) – स्वामी पूर्णात्मानंद गिरि
ऑस्ट्रेलिया आश्रम – ब्रह्मचारिणी श्याममयी
प्रज्ञान मिशन (ओडिशा) – स्वामी अचलानंद गिरि, स्वामी दिव्यस्वरूपानंद गिरि
ज्ञानप्रभा मिशन (राजस्थान) – स्वामी दुर्गेशानंद गिरि
क्रियायोग आश्रम (छत्तीसगढ़) – स्वामी श्रीधरानंद गिरि
स्वच्छता अभियान के पश्चात संतों ने रामघाट पर नर्मदा स्नान किया और पुनः माई की बगिया स्थित आश्रम लौट आए।



अमरकंटक में बढ़ती पर्यावरण चेतना
इस अंतरराष्ट्रीय संत सम्मेलन और स्वच्छता अभियान के माध्यम से अमरकंटक में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नई पहल हुई है। 00miles .com की अवधारणा अब श्रद्धालुओं और प्रकृति प्रेमियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है। अमरकंटक के प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए, यह पहल पर्यावरण प्रेमियों को आकर्षित कर रही है।



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