

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के अंग्रेजी और विदेशी भाषा विभाग के विद्यार्थियों ने यूजीसी-नेट परीक्षा में रचा इतिहास
विद्यार्थियों की असाधारण सफलता से विश्वविद्यालय गौरवान्वित .. डॉ. संतोष kumar सोनकर

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU), अमरकंटक के अंग्रेजी और विदेशी भाषा विभाग के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर पात्रता परीक्षा (नेट) और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) में उल्लेखनीय सफलता हासिल कर अपनी विद्वता का प्रमाण दिया। इस प्रतिष्ठित परीक्षा का आयोजन जनवरी में किया गया था, जिसमें विश्वविद्यालय के कई छात्रों ने उत्तीर्ण होकर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया। इस उपलब्धि ने न केवल विभाग, बल्कि संपूर्ण विश्वविद्यालय समुदाय को गर्व से भर दिया है।
शिक्षकों और विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया
डॉ. संतोष सोनकर ने इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, “यह परिणाम विभाग के लिए ही नहीं, बल्कि समूचे विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। इन विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत और संकल्प ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है। इस तरह की सकारात्मक सफलता अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेगी और विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को और अधिक ऊँचाइयों तक ले जाएगी।”
इसी क्रम में अंग्रेजी और विदेशी भाषा विभाग के वरिष्ठ शिक्षक प्रो. कृष्णा सिंह, प्रो. अभिलाषा, डॉ. मोहम्मद तौसीफ उर रहमान और डॉ. ऋतुराज त्रिवेदी ने भी सभी सफल विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दीं और उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
सफल छात्रों की सूची (सत्रवार एवं विषयवार)
सत्र 2021-2023:

1. राजश्री सिंह – (अंग्रेजी, JRF)

2. मनीष उइके – (अंग्रेजी, JRF)

3. स्वपनिता महाउत – (अंग्रेजी, नेट)

4. लुलु परवी ए – (अंग्रेजी, नेट)

5. देबदत्त प्रधान – (अंग्रेजी, नेट फॉर पीएचडी)
सत्र 2022-2024

1. शुश्रुत रंजन पटनायक – (अंग्रेजी, नेट)

2. कृष्णचंद्रन एम – (अंग्रेजी, नेट फॉर पीएचडी)

3. गौरी जी पी – (अंग्रेजी, नेट फॉर पीएचडी)

इन सभी विद्यार्थियों ने कठिन परिश्रम, लगन और संकल्प के बल पर यह सफलता अर्जित की है। विश्वविद्यालय प्रशासन और शिक्षकों का मानना है कि इन विद्यार्थियों की सफलता भावी विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेगी।
सफलता की ओर बढ़ते कदम
IGNTU, अमरकंटक सदैव शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए प्रयासरत रहा है और इस परिणाम ने इसे और मजबूती प्रदान की है। विभागीय संकाय और शोधकर्ताओं का योगदान विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।




Leave a Reply