
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए इसे संविधान के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक मुसलमानों के अधिकारों पर सीधा हमला है और संविधान का उल्लंघन करता है।
आज, 13 फरवरी 2025 को, वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की गई, जिसके बाद विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिसके परिणामस्वरूप लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
विपक्षी दलों ने इस विधेयक को असंवैधानिक करार देते हुए आरोप लगाया है कि यह वक्फ बोर्डों को बर्बाद करने का प्रयास है। समिति की 655 पन्नों की रिपोर्ट में भाजपा सदस्यों के सुझावों को शामिल किया गया है, जबकि विपक्षी सदस्यों के सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया है।
विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है, लेकिन विपक्ष का दावा है कि यह मुस्लिमों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने का प्रयास है।
संसद के बजट सत्र के पहले चरण के अंतिम कामकाजी दिन, आज, यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया, जिससे सदन में तीखी बहस और हंगामा हुआ।



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