
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (आप) को करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसमें पार्टी केवल 22 सीटों पर सिमट गई, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 48 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल किया। इस पराजय के बाद, आप के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्य के मंत्रियों और विधायकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक का उद्देश्य पार्टी को एकजुट रखना और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा करना है।
इस बीच, पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया है कि आप के 30 से अधिक विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं और पाला बदलने के लिए तैयार हैं। उन्होंने दिल्ली चुनाव परिणामों को आप के अंत की शुरुआत बताया और कहा कि पंजाब के लोगों ने तथाकथित ‘कट्टर ईमानदार’ पार्टी का असली चेहरा देख लिया है।
इन घटनाओं के मद्देनजर, अरविंद केजरीवाल पार्टी को एकजुट रखने और आगामी चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्रिय हो गए हैं। पार्टी के सांसद मालविंदर सिंह कांग के अनुसार, यह बैठक पार्टी की भविष्य की रणनीति और संगठनात्मक ढांचे पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई है।
दिल्ली में सत्ता गंवाने के बाद, आप के लिए पंजाब में अपनी स्थिति मजबूत रखना महत्वपूर्ण हो गया है। पार्टी नेतृत्व द्वारा उठाए गए ये कदम आने वाले समय में पार्टी की दिशा और दशा निर्धारित करेंगे।



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