




मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ औद्योगिक निवेश से मध्य प्रदेश के विकास को नई दिशा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 16 जनवरी 2025 को शहडोल के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित सातवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का भव्य शुभारंभ किया। इस ऐतिहासिक आयोजन में प्रदेश के औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं। मुख्यमंत्री ने 572 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाली 30 औद्योगिक इकाइयों का वर्चुअल माध्यम से भूमिपूजन और लोकार्पण किया।
शहडोल विकास के केंद्र में
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहडोल संभाग खनिज और वन संपदा से समृद्ध है और यहां विकास की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने शहडोल को एक नई पहचान देने के लिए बी-टेक के नए कोर्स शुरू करने और अनूपपुर में बायपास निर्माण की घोषणा की। उन्होंने बताया कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से अब तक 4 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे प्रदेश में तीन लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने शहडोल संभाग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह क्षेत्र मां नर्मदा और सोन जैसी पवित्र नदियों का उद्गम स्थल है। यहां खनिज, ऊर्जा और वन संसाधनों का अपार भंडार है, जो उद्योगपतियों को निवेश के लिए आकर्षित कर रहा है।
औद्योगिक निवेश से जीडीपी में वृद्धि का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि औद्योगिक निवेश के माध्यम से अगले पांच वर्षों में प्रदेश की जीडीपी को दोगुना करने का लक्ष्य है। उन्होंने उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा, “आपका योगदान समाज को बेहतर बनाने में सेनापति के शौर्य के समान है। आप अपने उद्यमों के माध्यम से हजारों लोगों की जिंदगी बदल रहे हैं।”
शहडोल में आयोजित इस कॉन्क्लेव में 32 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे क्षेत्र के औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य में बड़ा परिवर्तन आएगा। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी, जिससे वे अपने उद्यम को सफलता के नए आयाम तक पहुंचा सकें।
सहभागिता और समर्थन का प्रदर्शन
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि शहडोल के लिए यह दिन एक स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से अब मध्य प्रदेश पर्यटन और औद्योगिक क्रांति की दिशा में तेजी से प्रगति कर रहा है।
कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा शहडोल में इस कॉन्क्लेव का आयोजन कराए जाने से क्षेत्र को औद्योगिक निवेश और रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा, “यह क्षेत्र जल, जमीन, जंगल और परिश्रमी लोगों की संपदा से समृद्ध है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह क्षेत्र अब विकास की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।”
विभिन्न जिलों में व्यापक संवाद
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर, उज्जैन, सागर और अन्य संभागों के उद्यमियों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने औद्योगिक विकास से जुड़े नीतिगत मुद्दों पर चर्चा की। प्रमुख सचिव श्री राघवेंद्र सिंह ने प्रदेश में औद्योगिक विकास के विभिन्न आयामों पर जानकारी दी, जबकि एमएसएमई सचिव प्रियंका दास ने लघु उद्योग और निवेश नीति पर प्रकाश डाला।
अनूपपुर बायपास और स्थानीय विकास पर जोर
मुख्यमंत्री की अनूपपुर में बायपास निर्माण की घोषणा को क्षेत्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अनूपपुर कलेक्टर हर्षल पंचोली के नेतृत्व में इस परियोजना को शीघ्र शुरू करने की योजना है। यह बायपास न केवल यातायात सुगमता में सुधार करेगा, बल्कि क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।
समारोह में सांस्कृतिक स्वागत
मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक गुदुम बाजा लोक नृत्य से किया गया। इस आयोजन में सांसद शहडोल श्रीमती हिमाद्री सिंह, सांसद सीधी डॉ. राजेश मिश्रा, विधायक जयसिंहनगर श्रीमती मनीषा सिंह, जैतपुर विधायक श्री जयसिंह मरावी, ब्यौहारी विधायक श्री शरद कोल, और कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री रामलाल रौतेल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
निवेश प्रस्ताव और रोजगार के अवसर
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में प्राप्त निवेश प्रस्तावों के माध्यम से क्षेत्र को औद्योगिक विकास की मुख्यधारा में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि मध्य प्रदेश को औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने का सपना भी साकार होगा।
मुख्यमंत्री की भविष्य दृष्टि
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के सभी संभागों को समान रूप से विकसित करना है। उन्होंने कहा, “हम शहडोल और उसके आसपास के क्षेत्रों को चकाचौंध और समृद्धि की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
अर्थव्यवस्था की नई दिशा
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के वैश्विक आर्थिक कद में वृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत विश्व की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। उन्होंने कहा कि छोटे स्टार्टअप से लेकर बड़े उद्योग तक सभी मिलकर आर्थिक विकास में योगदान दे रहे हैं।
इस आयोजन ने न केवल शहडोल संभाग के विकास के लिए एक नई शुरुआत की है, बल्कि यह प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।







Leave a Reply