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ट्रेन के पहिए पर सफर टिकट न खरीद सका, जान हथेली पर रखकर 250 किमी का फ्री राइड!

ट्रेन के पहिए पर सफर टिकट न खरीद सका, जान हथेली पर रखकर 250 किमी का फ्री राइड!



जबलपुर। ट्रेन में सफर करने के अजब-गजब तरीके आपने सुने होंगे—दरवाजे पर लटककर, छत पर बैठकर, या टिकट चेकर्स से बचने के लिए बाथरूम में छिपकर। लेकिन जबलपुर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को जो दृश्य देखने को मिला, उसने रेलवे कर्मचारियों को भी चौंका दिया। एक युवक ने टिकट की जगह अपनी जान का जोखिम उठाकर ट्रेन के नीचे पहिए के पास छिपकर 250 किलोमीटर की यात्रा कर डाली!पैसा नहीं, जुगाड़ चाहिए!
यह मामला पुणे-दानापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12149) का है। इटारसी से जबलपुर तक की इस रोमांचक यात्रा के दौरान युवक एस-4 कोच के नीचे पहिए के पास ट्रॉली जैसी जगह पर बैठा रहा। रेलवे कर्मियों ने जब आउटर पर ट्रेन की जांच की, तब जाकर यह “अंडरग्राउंड पैसेंजर” पकड़ में आया।
यात्री के लिए पहिया, रेलवे के लिए सिरदर्द!
कैरिज एंड वैगन विभाग के कर्मचारियों ने रोलिंग परीक्षण के दौरान जब देखा कि पहिए के पास एक व्यक्ति छिपा हुआ है, तो उन्होंने तुरंत वायरलेस पर सूचना दी। ट्रेन रोक दी गई, और युवक को बाहर निकालने की कवायद शुरू हुई। लेकिन यह कोई आसान काम नहीं था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक को बाहर निकालने में रेलवे कर्मियों को खूब मेहनत करनी पड़ी। चेतावनी देने के बाद भी वह बाहर नहीं आ रहा था। आखिरकार सख्ती दिखाने पर युवक ने हार मान ली और ट्रेन के नीचे से बाहर आया।
गनीमत यह रही कि यह साहसिक लेकिन बेहद खतरनाक सफर युवक की जिंदगी पर भारी नहीं पड़ा। अगर ट्रेन तेज रफ्तार में होती या वह जरा भी संतुलन खो देता, तो यह सफर उसकी आखिरी यात्रा बन सकता था।
रेलवे के लिए नई चुनौती पहिए का टिकट?
रेलवे प्रशासन ने युवक को बचाकर बाहर निकाल लिया, लेकिन यह घटना अब चर्चा का विषय बन गई है। सवाल यह है कि क्या अब रेलवे को ट्रेन के पहियों पर भी टिकट की दरें तय करनी पड़ेंगी?
जनता का सवाल अगला कदम क्या होगा?
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर व्यंग्यात्मक टिप्पणियों की बाढ़ आ गई है। किसी ने लिखा, अब रेलवे पहियों के नीचे सीट नंबर भी देने लगेगा। तो किसी ने मजाक किया, “IRCTC ऐप पर ‘व्हील टिकट’ ऑप्शन कब आएगा?
रेलवे का संदेश टिकट कटाइए, जान बचाइए
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना के बाद यात्रियों से अपील की है कि वे इस तरह की हरकतें न करें। मुफ्त सफर की कीमत जान से चुकानी पड़ सकती है।
इस युवक की मूर्खता भले ही चर्चा का विषय बन गई हो, लेकिन यह घटना एक कड़ा सबक भी देती है कि सुरक्षा के साथ समझौता कभी न करें।

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Anuppur
(M.P.)

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