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तेल लगाकर बाल उगाने का दावा करने वाले सलमान, इमरान और समीर खुद ही गंजे निकले।

तेल लगाकर बाल उगाने का दावा करने वाले सलमान, इमरान और समीर खुद ही गंजे निकले।

यह घटना उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की है। पुलिस ने सलमान, इमरान और समीर नामक तीन युवकों को गिरफ्तार किया, जो बाल उगाने का दावा करने वाले नकली तेल बेच रहे थे।
इनके खिलाफ कुछ ग्राहकों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि तेल का इस्तेमाल करने से बाल उगने के बजाय सिर में एलर्जी हो गई। जब पुलिस ने इन युवकों की जांच की, तो यह पता चला कि वे खुद ही गंजे हैं। यह मामला न केवल मजाक का विषय बना, बल्कि नकली उत्पाद बेचने वालों की असलियत को भी उजागर किया।
इस घटना ने नकली उत्पादों के बाजार और उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए सरकारी उदासीनता पर गंभीर सवाल उठाए किए हैं।

बाल उगाने वाले गंजे सेल्समैन नकली उत्पादों की सच्चाई
पुलिस ने इन्हें तब पकड़ा जब शिकायतें आईं कि इनके तेल से बाल उगने के बजाय सिर में एलर्जी होने लगी। यह खबर बाजार में नकली उत्पादों की हकीकत है।
नकली उत्पादों का खेल हर असली चीज़ का जुड़वा भाई
आज बाजार में हर असली उत्पाद का नकली संस्करण उपलब्ध है। अगर घी असली है तो नकली भी मिल जाएगा। शहद के नाम पर चीनी का घोल, दूध के नाम पर सिंथेटिक पाउडर, और अब तो बाल उगाने का तेल बेचने वाले खुद ही गंजे हो गए हैं।
घी असली गाय के घी के नाम पर वनस्पति और खुशबू मिलाकर नकली घी बेच दिया जाता है।
दूध दूध के नाम पर डिटर्जेंट और पानी का मिश्रण।
शहदमधुमक्खियों से ज़्यादा तो अब शहद की बोतलें बन रही हैं।
मसालेहल्दी में पीला रंग, मिर्च में ईंट का पाउडर, और धनिया में पत्ते का चूर्ण।
सरकारी विभागों की भूमिका नजरअंदाजी विभाग
सरकारी विभागों के पास नकली उत्पादों को रोकने की जिम्मेदारी है, लेकिन वे ऐसे काम करते हैं जैसे नकली उत्पाद उनके लिए असली कमाई का जरिया हों। बाजारों में खुलेआम नकली सामान बिक रहा है, लेकिन अधिकारियों को शायद अपने “मासिक प्रोत्साहन” के अलावा कुछ नजर नहीं आता।
“बाल उगाने वाले गंजे” तो बस शुरुआत है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो कल को मोटापा घटाने वाली दवा बेचने वाले खुद मोटापे से परेशान होंगे, और आंखों की रोशनी बढ़ाने वाले चश्मे बेचने वाले खुद मोटे लेंस लगाकर घूमेंगे।
क्या पता, नकली प्रोडक्ट बेचने वाले जल्द ही ‘नकली प्रोडक्ट रक्षक संघ’ बनाकर सरकारी मान्यता भी हासिल कर लें।
सरकारी विभागों को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। हर उत्पाद की जांच हो, और दोषियों पर कठोर जुर्माना लगाया जाए। उपभोक्ताओं को जागरूक होना पड़ेगा और हर उत्पाद को खरीदने से पहले उसकी प्रमाणिकता परखनी होगी।
नकली बाल उगाने वालों की सच्चाई ने यह तो साबित कर दिया कि बाजार में नकलीपन का खेल किसी सिर की चमक से कम नहीं है!

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