महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा की गई जांच ने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है। यह घटना आगामी चुनावों के संदर्भ में आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) के पालन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हुई।
14 नवंबर 2024 को हिंगोली में चुनावी सभा के लिए पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की जांच की गई। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर में रखे सामान को खोलकर देखा। अधिकारियों ने यह जांच सुनिश्चित करने के लिए की कि हेलीकॉप्टर में किसी प्रकार का संदिग्ध या गैर-कानूनी सामान न हो।
अमित शाह ने इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की। उन्होंने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा
आज महाराष्ट्र के हिंगोली में मेरे हेलीकॉप्टर की जांच की गई। भाजपा और उसके नेता हमेशा आदर्श आचार संहिता का पालन करते हैं। हमें ऐसी जांच में कोई समस्या नहीं है, लेकिन कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दलों को भी समान नियमों के तहत जांच का सामना करना चाहिए।
चुनाव आयोग का पक्ष
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि यह जांच नियमित प्रक्रिया का हिस्सा थी। आदर्श आचार संहिता के तहत यह सुनिश्चित किया जाता है कि चुनाव प्रचार के दौरान कोई भी उम्मीदवार या नेता चुनावी प्रक्रिया में अनियमितता न करें।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
भाजपा का रुख
भाजपा ने इस घटना को अपनी “पारदर्शिता और कानून के प्रति प्रतिबद्धता” का प्रमाण बताया। पार्टी ने कहा कि ऐसे कदम लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना भाजपा की “दोहरे मापदंड” वाली राजनीति का पर्दाफाश करती है। विपक्ष ने मांग की कि इस तरह की जांच सभी दलों पर समान रूप से लागू होनी चाहिए।
यह घटना चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को दर्शाती है। हालांकि, इससे राजनीतिक माहौल गरमाने की संभावना है, क्योंकि बड़े नेताओं के साथ इस तरह की जांचें दुर्लभ होती हैं और इन्हें कई बार राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाता है।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को सकारात्मक रूप से लेते हुए आदर्श आचार संहिता के पालन का समर्थन किया है। यह घटना चुनाव आयोग के कड़े दृष्टिकोण और चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के प्रयास को दर्शाती है।
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