धार जिले के मनावर गांव में एक रात कुछ अलग ही हलचल मची हुई थी। गांव की शांत गलियों में अचानक से पुलिस की गाड़ियों का काफिला गूंज रहा था। धार पुलिस कप्तान मनोज कुमार सिंह के निर्देशन में ऑपरेशन “प्रहार” नामक इस विशेष अभियान की योजना बनाई गई थी, और इसमें सभी अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी पूरी चौकसी से निभाई। पुलिस के जवान धीरे-धीरे गांव के बाहर अपने निर्धारित ठिकानों पर तैनात हो गए, क्योंकि आज रात उनकी योजना सिंघाना गांव के दो घरों पर छापा मारने की थी।
गांव के किनारे बसे हरजीत सिंह और सतनाम सिंह सिकलीगर का घर था। कहा जाता था कि ये दोनों लोग अवैध हथियार बनाने का काम करते थे। उनके घरों में अक्सर अजीब सी गतिविधियां देखी जाती थीं। गांव में पहले भी कई बार अफवाहें उड़ीं थीं कि ये लोग हथियारों का निर्माण करते हैं, लेकिन किसी ने पुलिस को सूचना देने की हिम्मत नहीं की थी। आखिरकार, एक गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने इस गोरखधंधे पर शिकंजा कसने का फैसला किया।
पुलिस टीम का पहला पड़ाव था हरजीत सिंह का घर। एसडीपीओ अनु बेनीवाल के नेतृत्व में एक टीम ने सावधानीपूर्वक घर की घेराबंदी की। रात के अंधेरे में घर के अंदर हल्की-फुल्की रोशनी और कुछ आवाजें आ रही थीं। टीम को पता था कि अंदर लोग हथियार बनाने में लगे हैं। जैसे ही पुलिस ने दरवाजा खटखटाया, अंदर एक हलचल सी मच गई, लेकिन इससे पहले कि कोई भागने की कोशिश करता, पुलिस ने घर में घुसकर सभी को गिरफ्तार कर लिया।
घर के अंदर का दृश्य काफी चौंकाने वाला था। वहां अवैध हथियार बनाने के उपकरण और अर्धनिर्मित कट्टे और पिस्तौल बिखरे हुए थे। पुलिस ने सभी सामान जब्त कर लिया और हरजीत सिंह समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहां मौजूद लोगों में से कोई भी ऐसा नहीं था जो इस गोरखधंधे में शामिल न हो। सभी की आंखों में डर और आशंका साफ दिखाई दे रही थी।
पहले छापे के बाद, पुलिस का अगला ठिकाना था सतनाम सिंह सिकलीगर का घर। सतनाम सिंह का घर गांव के दूसरे छोर पर था और वहां भी हलचल जारी थी। पुलिस टीम ने यहां भी उसी सावधानी से घेराबंदी की। जैसे ही पुलिस ने अंदर प्रवेश किया, वे देखकर हैरान रह गए कि वहां भी अवैध हथियार बनाए जा रहे थे। इस बार सतनाम सिंह के साथ तीन और लोग अवैध हथियारों के निर्माण में जुटे हुए थे।
पुलिस ने सतनाम और उसके साथियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक देशी पिस्तौल, दो मैगजीन, और कुछ अधूरे बने हथियार बरामद हुए। यहां भी अवैध हथियार निर्माण के सभी उपकरण मौजूद थे। सतनाम और उसके साथियों को भी पुलिस ने बिना किसी प्रतिरोध के पकड़ लिया।
गांव का माहौल और पुलिस की सराहना
इस छापेमारी के बाद गांव में हलचल मच गई। पुलिस के इतने बड़े अभियान और आरोपियों की गिरफ्तारी से गांव वाले भी हैरान थे। धार पुलिस ने ऑपरेशन “प्रहार” के तहत अवैध हथियार बनाने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश कर न केवल अपने कौशल का परिचय दिया, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया कि कानून का डर होना चाहिए। इस पूरे अभियान में थाना प्रभारी ईश्वर सिंह चौहान, सब इंस्पेक्टर प्रकाश सरोदे, और एएसआई सुखदेव अलावा जैसे अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने अपनी सूझबूझ से अपराधियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस ऑपरेशन के सफल होने के बाद, पुलिस कप्तान मनोज कुमार सिंह ने सभी टीम सदस्यों को बधाई दी और घोषणा की कि इस सराहनीय कार्य के लिए पूरी टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ अपराधियों को पकड़ना नहीं है, बल्कि समाज में शांति और सुरक्षा की भावना का संचार करना भी है।”
Leave a Reply