अनूपपुर कलेक्टर हर्षल पंचोली द्वारा जिला मुख्यालय स्थित निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज का निरीक्षण और समीक्षा बैठक इस बात का स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन कार्यों को गति देने और पब्लिक को हो रही समस्याओं को कम करने के लिए सक्रिय रूप से जुटा हुआ है। हालांकि, इस बैठक के दौरान कई मुद्दे सामने आए, जिनमें सरकारी और निजी एजेंसियों की लापरवाही साफ झलक रही थी। इन समस्याओं के बावजूद, कलेक्टर की सजगता और तत्परता से फ्लाई ओवर ब्रिज परियोजना को सही दिशा और समयावधि में काम पूर्ण होने की संभावना है।
अधिकारियों की लापरवाही और पब्लिक की परेशानी:
बैठक में यह बात स्पष्ट रूप से उभर कर आई कि निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज के कार्यों में कई अवरोध उत्पन्न हो रहे हैं, जिनका निस्तारण समय पर नहीं हो पाया है। ब्रिज निर्माण में हो रही देरी के कारण स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं। यातायात प्रभावित हो रहा है, और लोगों को अपने दैनिक कार्यों के लिए भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर जिस पेड़ को काटने में कठिनाई आ रही थी, वह समस्या पहले भी हल की जा सकती थी। इस देरी ने काम की प्रगति को धीमा कर दिया है, जिससे पब्लिक को और लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
इसके अलावा, विद्युत पोल शिफ्टिंग की समस्या भी निर्माण में बड़ी रुकावट बनकर सामने आई। यह समस्या भी प्रशासन की ओर से समय पर हल नहीं की जा सकी, जिसके कारण निर्माण कार्यों में और भी देरी हो रही है। हालांकि कलेक्टर ने तुरंत इस पर कार्रवाई की और विद्युत विभाग के अधिकारियों को दूरभाष पर निर्देश देकर पोल को शीघ्र शिफ्ट करने के आदेश दिए, पर यह लापरवाही दर्शाती है कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को सही समय पर पूरा करने में असफल हो रहे हैं।
कलेक्टर की सजगता और निर्देश:
कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली की सजगता और कार्यों के प्रति दृढ़ता ने निर्माण कार्यों को गति देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी और लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने रोजाना निर्माण कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए, ताकि परियोजना की स्थिति पर नियमित निगरानी रखी जा सके।
साथ ही, बैठक में कलेक्टर ने यह भी सुनिश्चित किया कि लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने निर्माण एजेंसियों से यह कहा कि काम के दौरान सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। यह उनकी जिम्मेदार और संवेदनशील प्रशासनिक शैली को दर्शाता है, जहां वे विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के साथ-साथ आम जनता की सुरक्षा और सुविधा को भी महत्व दे रहे हैं।
अन्य परियोजनाओं में प्रगति:
बैठक के दौरान उन्होंने इन परियोजनाओं में भी गति लाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया। साथ ही, रेलवे मजिस्ट्रेट कोर्ट भवन निर्माण के संबंध में भी चर्चा करते हुए उन्होंने इस पर तेजी से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली छोटे-बड़े मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं। उनकी यह सक्रियता अधिकारियों की लापरवाही को दूर करने और पब्लिक की परेशानियों को दूर करने में महत्वपूर्ण है। निर्माण कार्यों में हो रही देरी और बाधाएं प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर करती हैं, जिन पर समय रहते ध्यान दिया जाना चाहिए। यदि अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को सही समय पर निभाते और किसी प्रकार की देरी या समस्या का तुरंत समाधान करते, तो फ्लाई ओवर ब्रिज निश्चित रूप से निर्धारित अवधि के भीतर पूरी हो सकती थी।
कलेक्टर ने रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज के निर्माण कार्य की समीक्षा की, बल्कि बायपास रोड और ग्राम छुलहा में हो रहे अन्य रेलवे कार्यों पर भी नजर रखी।

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Kailash Pandey
Anuppur (M.P.)

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