राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने वालो के लिए पद और लावलास्कर के बिना नहीं रह सकते आइसा ही कुछ हरदा जिले में देखने को मिला जहां कमल पटेल (जन्म 6 अक्टूबर 1961) जन्मे एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। वे मध्य प्रदेश सरकार में तीन बार मंत्री रह चुके हैं और 1993 , 1998 , 2003 , 2008 और 2018 में हरदा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए पांच बार मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। मध्य प्रदेश सरकार में कृषि।
इतिहास में पहली बार 5 बार के विधायक और पूर्व मंत्री बने सांसद प्रतिनिधि
कमल पटेल सांसद प्रतिनिधि मध्यप्रदेश की राजनीति अजब और गजब है। प्रदेश के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार होगा जब 5 बार के विधायक और कई बार मंत्री रह चुके कमल पटेल अब किसी सांसद के सांसद प्रतिनिधि का दायित्व संभालेंगे। भाजपा सासंद और मोदी सरकार में केन्द्रीय मंत्री दुर्गादास उइके ने पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता कमल पटेल को अपना सांसद प्रतिनिधि बनाया है।
सांसद उइके ने कमल पटेल को हरदा जिले का सांसद प्रतिनिधि बनाया है। जो चर्चा का विषय बन गया है। वैसे तो सांसद अपने किसी करीबी नेता या फिर पार्टी संगठन के किसी पदाधिकारी को यह जिम्मेदारी देते है, लेकिन सांसद उइके ने इस परंपरा को तोडते हुए प्रदेश भाजपा के कद्दावर मंत्री रहे कमल पटेल को ही अपना सासंद प्रतिनिधि नियुक्त कर दिया।
5 बार के विधायक,और दो बार मंत्री
हरदा जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता कमल पटेल मध्यप्रदेश भाजपा के सीनियर नेताओं में से एक है। वे हरदा सीट से 5 बार के विधायक है। इतना ही नहीं वे भाजपा सरकार में 2 बार कैबिनेट मंत्री भी रहे है। वे एक बार राज्यमंत्री भी रहे। बीते विधानसभा चुनाव में कमल पटेल कांग्रेस के आरके दोगने से चुनाव हार गए थे।
वार्ड पार्षद से भी नीचे गए पटेल
कमल पटेल को सांसद प्रतिनिधि बनाए जाने के बाद अब वे पार्षद और जनपद पंचायत सदस्यों के प्रोटोकाल से नीचे पहुंच गए है। उन्हें अब नगर पालिका, जनपद पंचायत में नीचे का प्रोटोकाल मिलेगा। अब वे सरकारी बैठकों में पार्षद और जनपद सदस्यों के साथ बैठक में शामिल हो सकते हैं।
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Kailash Pandey
Anuppur (M.P.)
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