इंदौर
रेसकोर्स रोड स्थित मोहता भवन में प्रदेश के मुखिया ने लिया मुनिश्री का आशीर्वाद, एवं कार्यक्रम में हुए सम्मिलित
इंदौर/उज्जैन।जिओ ओर जीने दो का लक्ष्य जैन धर्म ने दर्शाया है। उन्होंने कहा कि जब हमने आचार्य गुरूदेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया तो ऐसा लगा कि गुरुदेव साक्षात आशीर्वाद दे रहे है एवं मेरे अंदर एक नई ऊर्जा का संचार हो रहा हैं। मैं गुरुदेव को एवं मुनिश्री को बहूत मानता हुं। जिनका अपना जीवन ही प्रकृति के लिए समर्पित है। यह मुनिश्री का तप ही हैं जो सभी ऋतूओं में एक जैसे रहते हैं। उक्त विचार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने भावनायोग के प्रवर्तक, शंका समाधान के मुनिश्री प्रमाण सागर महाराज के चातुर्मास स्थल मोहता भवन रेसकोर्स रोड इन्दौर में व्यक्त किये। इस अवसर पर भावनायोग के प्रवर्तक मुनिश्री प्रमाण सागर जी महाराज ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि वर्तमान मुख्यमंत्री महोदय ने आम जनता के स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए एयर एम्बुलेंस की घोषणा की है तथा बीमारियों से बचाव करने के लिए कई योजनाओं को बनाया है लेकिन में तो चाहता हूं बीमारी होंने के बाद सरकार सहायता दे यह अलग बात है लोग बीमार ही न हों। हमने पिछले 10 वर्षों में भावनायोग के अच्छे परिणाम देखे है। मुनिश्री ने कहा भारतीय संस्कृति स्वस्थ वनाए रखने की संस्कृति है, हमारी संस्कृति तो स्वस्थ है लेकिन विकृति और दुष्कृती ने हम सभी की जीवन शैली को खराब किया है। यदि हम मनुष्य को आध्यात्मिक रुप से मजबूत बनाएं तो विकृति और दुष्कृति से हम बच सकते है। उन्होंने कहा भारतीय संस्कृति में पहली रोटी गाय को दी जाती है आचार्य गुरुदेव ने संपूर्ण भारत में गौ शालाओं का इसीलिये निर्माण कराया, जिससे गौ माता की रक्षा हो सके। इस अवसर पर मुनिश्री निर्वेग सागर महाराज, संधान सागर महाराज अपने ससंघ उपस्थित थे। कार्यक्रम में इंदौर जैन समाज के अशोक दोषी, नवीन गोधा एवं उज्जैन जैन समाज के सचिव सचिन कासलीवाल विशेष रूप से मौजूद थे
कार्यक्रम में उज्जैन इंदौर एवं देश भर के भी कई लोग मौजूद थे
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