
इंदौर/भोपाल। पूर्व जिला आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र भदौरिया के खिलाफ जारी अग्रिम विवेचना में गुरुवार को बड़ी सफलता हाथ लगी। 15 अक्टूबर 2025 को की गई सर्च कार्रवाई के बाद, विवेचना के अनुक्रम में शेष बैंक लॉकर खोलने हेतु न्यायालय से अनुमति प्राप्त की गई। इस क्रम में आज 24 अक्टूबर को इंदौर स्थित तीन बैंक लॉकर खोले गए।
सबसे पहले केनरा बैंक, देवास नाका स्थित अपूर्वा भदौरिया के लॉकर की तलाशी ली गई, जिसमें से लगभग 2 किलोग्राम सोने के आभूषण मिले, जिनकी अनुमानित कीमत ₹2 करोड़ 35 लाख बताई गई है।
इसके बाद HDFC बैंक, पलासिया स्थित सूर्यांश भदौरिया के लॉकर की जांच में 1 किलोग्राम 313 ग्राम वजनी सोने एवं हीरे के आभूषण मिले, जिनका मूल्य ₹1 करोड़ 49 लाख आँका गया।
वहीं ICICI बैंक, साकेत नगर में अपूर्वा भदौरिया के नाम एक और लॉकर खोला गया, जो सर्च में खाली पाया गया।
तीनों लॉकरों से कुल ₹3 करोड़ 84 लाख मूल्य के आभूषण जप्त किए गए हैं।

अब तक की कार्यवाही में आरोपी धर्मेंद्र भदौरिया एवं उनके परिवार से कुल ₹28 करोड़ 81 लाख की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
जांच एजेंसियाँ अब धन के स्रोत एवं लेन-देन की जांच में जुट गई हैं।



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