
“स्वच्छता, समय पर उपचार और पारदर्शी प्रबंधन ही अस्पताल की विश्वसनीयता का आधार” – उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
अनूपपुर/शहडोल, 19 अक्टूबर 2025।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल के एक दिवसीय अनूपपुर-शहडोल प्रवास ने स्वास्थ्य विभाग में नई ऊर्जा और जवाबदेही का संचार कर दिया है। उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा — “स्वास्थ्य सेवाएँ केवल दवाओं और भवनों से नहीं, बल्कि व्यवस्था की दक्षता और संवेदनशीलता से मजबूत होती हैं।”
अनूपपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की गहन समीक्षा


अनूपपुर जिला चिकित्सालय में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में श्री शुक्ल ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि
“हर मरीज को बिना किसी भेदभाव और असुविधा के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले — यही हमारी प्राथमिकता है।”
उन्होंने ओपीडी, आपातकालीन सेवाएँ, प्रसूति कक्ष, डायलिसिस यूनिट, ब्लड बैंक और कैंसर उपचार इकाई की कार्यप्रणाली की विस्तार से समीक्षा की।
सीएमएचओ और सिविल सर्जन को निर्देशित करते हुए कहा कि
सभी सेवाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए,
टेलीमेडिसिन सेवाओं को ग्रामीण अंचलों तक विस्तार दिया जाए,
रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती कर दक्ष स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए,
अस्पताल की स्वच्छता और अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
श्री शुक्ल ने कहा कि “स्वच्छता, समय पर उपचार और पारदर्शी प्रबंधन — ये तीनों किसी भी अस्पताल की विश्वसनीयता के स्तंभ हैं।”
शहडोल में औचक निरीक्षण — अव्यवस्थाओं पर फटकार
उप मुख्यमंत्री का अगला पड़ाव था जिला चिकित्सालय शहडोल, जहाँ उन्होंने अचानक निरीक्षण कर स्वास्थ्य विभाग में हलचल मचा दी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई और कहा कि
“अब 300 बेड का यह अस्पताल 500 बेड का बनेगा, क्योंकि क्षेत्र की बढ़ती स्वास्थ्य ज़रूरतें इसकी मांग करती हैं।”
उन्होंने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर (MMR-IMR) पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों को चेताया कि इन सूचकों में सुधार प्राथमिकता के स्तर पर होना चाहिए।
श्री शुक्ल ने कहा कि “डॉक्टरों द्वारा मरीजों से पैसे मांगने जैसी शिकायतें अनैतिक हैं और असहनीय भी।” उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही या भ्रष्टाचार पाया गया, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के बाद अस्पताल प्रबंधन और विभागीय अधिकारियों को कई सुधारात्मक निर्देश दिए गए, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हलचल देखी जा रही है।
जनभावनाओं से जुड़े रहे उप मुख्यमंत्री

अनूपपुर प्रवास के दौरान श्री शुक्ल ने विधायक श्री बिसाहूलाल सिंह के पुत्र स्व. अमृतलाल सिंह के निधन पर उनके निवास ग्राम परासी पहुँचकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि
“ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
स्वास्थ्य सुधार की दिशा में उम्मीदें बढ़ीं
उप मुख्यमंत्री के लगातार निरीक्षणों और सख्त रुख से स्वास्थ्य अमले में जवाबदेही और सुधार की उम्मीद बढ़ गई है। अधिकारियों और कर्मचारियों को अब यह संदेश स्पष्ट है कि
“व्यवस्था में संवेदनशीलता और पारदर्शिता लाना ही वास्तविक सेवा भावना का प्रमाण है।”
राजेन्द्र शुक्ल के इन दौरों ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा के सुदृढ़ीकरण के नए अध्याय की शुरुआत कर दी है।
यदि उनके निर्देशों पर प्रभावी अमल होता है, तो आने वाले महीनों में अस्पतालों की दशा और जनता के विश्वास दोनों में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।



Leave a Reply