जिला मुख्यालय अनूपपुर स्थित रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज के निर्माण संबंधी बैठक कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में आयोजित की गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री अमन वैष्णव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री इसरार मंसूरी, एसडीएम अनूपपुर श्रीमती दीपशिखा भगत, तहसीलदार श्री अनुपम पाण्डेय, यातायात प्रभारी श्रीमती ज्योति दुबे, कोतवाली प्रभारी श्री अरविंद जैन, रेलवे विभाग के वरिष्ठ मंडल अभियंता श्री दीपक आहूजा, एडीईएन श्री पंकज कुमार, सीनियर सेक्सन इंजीनियर सिविल श्री अरविंद कुमार, सेतु निगम के कार्यपालन यंत्री श्री वसीम खान, सहायक यंत्री श्री देवेन्द्र मरकाम तथा फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
गुणवत्ता, सुरक्षा मानक तथा जनहित का निर्माण कार्य में रखा जाए ध्यान- कलेक्टर
बैठक में कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ ने रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण की वस्तुस्थिति के संबंध में जानकारी दी। इस संबंध में रेलवे एवं सेतु निगम के अधिकारियों ने फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण कार्य के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए निर्माण कार्य की आगामी कार्ययोजना के संबंध में अवगत कराया। कलेक्टर ने बैठक में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ सुरक्षा मानक का विशेष ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ सुरक्षा मानक का विशेष रूप से ध्यान रखा जाना आवश्यक है। उन्होंने रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण कार्य की गति बढ़ाने के लिए मैन पॉवर बढ़ाने तथा आगामी कार्ययोजना का क्रियान्वयन समय-सीमा में करने हेतु माईक्रो प्लानिंग सुनिश्चित करते हुए कार्यों की दिन-प्रतिदिन मॉनीटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में समिति के सदस्य स्थानीय नागरिकों द्वारा उठाए गए जनहित के मुद्दों के संबंध में अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण की तत्काल पहल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित समिति के सदस्यों ने अवगत कराया कि निर्माण स्थल के आसपास के रहवासियों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बरसात के कारण स्थिति और भी खराब हो जाती है। जिस पर उन्होंने ड्रेनेज तथा मार्ग को मरम्मत कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नागरिकों की बेसिक समस्याओं का संज्ञान लेकर निर्माण एजेंसियां समाधानकारक प्रयास सुनिश्चित करें। आवागमन के लिए मोटरेबल रोड बनी रहे, इसकी मॉनीटरिंग भी सुनिश्चित की जाए।
अनूपपुर का रेलवे ओवरब्रिज की घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 06 अगस्त 2016 को आम जनता और तत्कालीन स्थानीय विधायक की मांग पर किया था।
रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज संघर्ष समिति के सदस्यों ने बैठक में रेलवे से संबंधित जनहित की समस्याओं की ओर रेलवे के अधिकारियों का ध्यानाकर्षण कराया। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 01 से 03, 04 में जाने वाले रेलवे फुटओवर ब्रिज को प्रारंभ कराया जाए, जिस पर रेलवे अधिकारियों ने अवगत कराया कि उक्त ब्रिज 65 वर्ष से अधिक अवधि का है। जिसके सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए उसके डिस्मेंटल का निर्णय लिया गया है। उन्होंने अवगत कराया कि शीघ्र ही नया रेलवे फुटओवर ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह कार्य रेलवे के गति शक्ति योजना के तहत किया जाना है। रेलवे के अधिकारियों ने अवगत कराया कि रेलवे स्टेशन से अण्डर ब्रिज की ओर जाने वाली सड़क का निर्माण भी गति शक्ति योजना के तहत कराया जाएगा। समिति के सदस्यों ने पुराना थाना के सामने से रेलवे पुलिस बैरक की ओर पूर्व में बने रेलवे फुट ओवर ब्रिज को पुनः बनाए जाने की मांग की। जिस पर अधिकारियों ने इसके परीक्षण की बात कही।
ओवरब्रिज की प्रशासकीय स्वीकृति 14 दिसंबर 2016 , तकनीकी स्वीकृति 27 सितंबर 2016 और कार्यादेश दिनांक 08 मई 2017 को हुआ था।
बैठक में रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज के गटर लांचिंग के कार्य को गतिपूर्वक कराने के लिए सार्थक प्रयास का निर्णय लिया गया तथा नगरपालिका के पेयजल पाईपलाईन व ब्रिज निर्माण के लिए आवश्यक विद्युत लाईन के शिफ्टिंग का कार्य कराए जाने के संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए।
इस ओवरब्रिज के निर्माण हेतु तत्कालीन विधायक ने 27 अक्टूबर 2017 को 01 दिवसीय उपवास किया था
कलेक्टर ने सेतु निगम के अधिकारियों को रेलवे के कार्य के समानान्तर एक ओर से सड़क निर्माण एवं अन्य प्रस्तावित कार्य कराए जाने के संबंध में निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जनहित को ध्यान में रखते हुए कार्यों की गति बढ़ाकर सुरक्षा के पैरामीटर के अनुसार मैन पॉवर बढ़ाकर कार्य किया जाए, ताकि आम जन को रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज का लाभ शीघ्र प्राप्त हो सके। बैठक में उपस्थित समिति के सदस्य स्थानीय नागरिकों ने जनहित से संबंधित मुद्दों को रखा। जिस पर सार्थक चर्चा कर निर्णय लिया गया।
कुछ सभ्रांत लोग भूमि अधिग्रहण संबधित /स्थल चयन और कम मुआवजा को लेकर विरोध किया और ओवरब्रिज का काम रुक गया।
समिति के सदस्यों ने अवगत कराया कि निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज के रेलवे फाटक से स्कूली बच्चे रेलवे लाईन को पार करने की कोशिश करते हैं, जिस पर निर्णय लिया गया कि सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे फाटक में स्थानीय पुलिस, जीआरपी, रेलवे पुलिस बल के अमले की तैनातगी की जाएगी।
मुआवजा राशि प्राप्त करने के बाद भी भूमि स्वामियों ने कब्जा नही हटाया तब तत्कालीन SDM श्री कमलेश पुरी ने JCB लगाकर कब्जा हटवाया और संविदाकार को ब्रिज का काम चालू करने के लिए जमीन दिलाई।
बैठक में रेलवे एवं सेतु निगम के अधिकारियों ने रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण के संबंध में किए जाने वाले कार्यों तथा समय-सीमा के संबंध में जानकारी दी। बैठक में निर्णय लिया गया कि कार्य की मॉनीटरिंग के लिए समय-समय पर समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें स्थानीय नागरिकों की समिति के पांच सदस्य भी शामिल हो सकेंगे।
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