
महापौर ने कहा – “जनप्रतिनिधि के पद पर ऐसे व्यक्ति की मौजूदगी नगर की गरिमा के खिलाफ”
इंदौर।
वार्ड क्रमांक 58 के पार्षद अनवर कादरी एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। हाल ही में उन पर लगे गंभीर आरोपों ने नगर की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इस मामले में इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस व्यक्ति के विरुद्ध पूर्व में भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, वह आज फिर गंभीर व अत्यंत आपत्तिजनक आरोपों से घिरा हुआ है।
महापौर भार्गव ने बताया कि कादरी के खिलाफ पूर्व में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जा चुकी है, और लंबे समय से उनकी सामाजिक छवि विवादों में रही है। उन्होंने कहा – “यह व्यक्ति अलग-अलग नामों का प्रयोग कर जनता को भ्रमित करता रहा है, और एक बार फिर जांच एजेंसियों के रडार पर है। इस बार जिस तरह के आरोप सामने आए हैं, वे न केवल आपत्तिजनक हैं, बल्कि जनमानस के विश्वास को भी आहत करते हैं।”
महापौर ने दो टूक कहा कि उनकी राय में ऐसे व्यक्ति का पार्षद पद पर बने रहना नगर निगम की प्रतिष्ठा के अनुकूल नहीं है। उन्होंने बताया कि नगर पालिक निगम अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, इस प्रकार की परिस्थितियों में संभागायुक्त को अधिकार है कि वे आवश्यक कार्रवाई करें।
उन्होंने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों से जनता को अनुकरणीय आचरण की अपेक्षा होती है, और यदि कोई जनप्रतिनिधि बार-बार गंभीर आरोपों में लिप्त पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध सख्त और त्वरित कदम उठाए जाना आवश्यक है।
इस घटनाक्रम ने इंदौर की राजनीति में हलचल मचा दी है, और अब निगाहें प्रशासनिक निर्णयों पर टिकी हुई हैं।



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