
नौ साल से चल रहा था फरार, पुलिस ने छत्तीसगढ़ से दबोचा – धोखाधड़ी के मामले में आरोपी संतोष राठौर गिरफ्तार
थाना कोतवाली अनूपपुर पुलिस की कार्रवाई
अनूपपुर पुलिस की सतत निगरानी और कड़ी सूझबूझ के चलते एक पुराना धोखाधड़ी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। नौ वर्षों से फरार चल रहे एक शातिर आरोपी को आखिरकार पुलिस ने छत्तीसगढ़ के पेण्ड्रा जिले से धर दबोचा। मामला उस समय का है जब भोले-भाले निवेशकों को “पैसे डबल करने” के झांसे में लाखों की ठगी का शिकार बनाया गया था।
पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान के दिशा-निर्देशन में जिले के समस्त थाना प्रभारियों को फरार आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए गए थे। इसी अभियान के तहत थाना कोतवाली अनूपपुर की टीम ने फरार आरोपी को पकड़ा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री इसरार मंसूरी एवं एसडीओपी श्री सुमित केरकेट्टा के मार्गदर्शन में, टी.आई. निरीक्षक अरविंद जैन के नेतृत्व में गठित टीम ने नौ साल से फरार चल रहे धोखाधड़ी के आरोपी संतोष राठौर को छत्तीसगढ़ के पेंड्रा जिले से गिरफ्तार किया है।
मामला क्या था?
दिनांक 30 अप्रैल 2016 को फरियादी टीकम प्रसाद रजक निवासी ग्राम हरी ने थाना कोतवाली अनूपपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि संतोष राठौर और नरेन्द्र राठौर, जो स्वयं को सृष्टि वेयर कंपनी का एजेंट बताते थे, ने उन्हें पांच वर्षों में पैसा दोगुना करने और हर माह ₹750 बोनस देने का झांसा देकर ₹50,000 की ठगी की।
सिर्फ एक पॉलिसी दी गई, जबकि ₹20,000 की रकम लेकर कोई दस्तावेज या निवेश रसीद नहीं दी गई थी। इस आधार पर धारा 420, 34 आईपीसी के तहत अपराध क्रमांक 167/2016 दर्ज किया गया।
अब तक इस मामले में आठ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था
1. सामियल लिबिन्सटन 2. जगदीश प्रसाद चर्मकार 3. रामकृपाल कोल 4. ननदो राठौर 5. देवेन्द्र कुमार राठौर 6. रामकिशोर रैदास 7. रामलाल चौधरी 8. नरेन्द्र कुमार राठौर
केवल संतोष राठौर ही नौ वर्षों से फरार था।
गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल थे
प्रधान आरक्षक शिवशंकर प्रजापति, विनय बैस, खेमराज मार्को
सायबर सेल आरक्षक पंकज मिश्रा
टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर ग्राम चोरभटी थाना जैतहरी निवासी संतोष राठौर (पिता – लखनलाल राठौर, उम्र 37 वर्ष) को छत्तीसगढ़ के पेण्ड्रा जिला से गिरफ्तार कर अनूपपुर लाया।



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