
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
खाद्य सुरक्षा विभाग की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने गोरखपुर में एक बड़े मिलावटखोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। शहर के एक इलाके में संचालित हो रही नकली पनीर की फैक्ट्री से 250 किलोग्राम नकली पनीर और 800 लीटर मिलावटी दूध जब्त किया गया है, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इस कार्रवाई ने न केवल लोगों को चौंकाया, बल्कि पनीर प्रेमियों के बीच खौफ का माहौल भी बना दिया है।
कैसे चला पता?
खाद्य विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर के बाहरी इलाके में एक गुप्त डेयरी फैक्ट्री में हानिकारक केमिकल, सिंथेटिक दूध और डिटर्जेंट से पनीर तैयार किया जा रहा है। छापेमारी के दौरान फैक्ट्री में गंदे ड्रमों में रखे गए केमिकल, साबुन जैसा सफेद झाग, और बिना लाइसेंस के उत्पादन की पुष्टि हुई।
फैक्ट्री की स्थिति
बिना रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से संचालित
न तो FSSAI लाइसेंस था और न ही कोई स्वच्छता मानक
डिटर्जेंट, रिफाइंड ऑयल और अमोनियम कंपाउंड जैसे रसायनों का उपयोग
किसी भी तरह का पशु दूध उपयोग नहीं किया जा रहा था
उत्पादन प्रतिदिन 300–400 किलो नकली पनीर तक
स्वास्थ्य पर घातक असर
विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे नकली पनीर में मौजूद डिटर्जेंट और केमिकल्स से हो सकते हैं
लिवर और किडनी खराब त्वचा संबंधी रोग कैंसर तक का खतरा
बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत घातक
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया
“यह खाद्य सुरक्षा के साथ एक क्रूर मज़ाक है। हमने फैक्ट्री को सील कर दिया है और नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मिलावट की पहचान कैसे करें?
पनीर को गर्म पानी में डालें, अगर झाग निकले तो समझिए मामला संदिग्ध
ज्यादा सफेद और स्पंजी पनीर नकली हो सकता है
स्वाद में साबुन या केमिकल जैसा एहसास आए तो न खाएं
भरोसेमंद दुकानों से ही पनीर खरीदें
यदि आप पनीर प्रेमी हैं, तो अब ज़रूरत है सतर्कता की। मिलावटी दूध और नकली पनीर आपके स्वास्थ्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। केवल प्रामाणिक ब्रांड और विश्वसनीय डेयरी उत्पाद ही चुनें।
गोरखपुर की यह घटना केवल एक शहर की समस्या नहीं, बल्कि पूरे देश में चल रहे मिलावट के काले कारोबार का सबूत है। जब तक आम जनता जागरूक नहीं होगी और प्रशासन सख्त कदम नहीं उठाएगा, तब तक आपकी थाली में जहर परोसा जाता रहेगा।



Leave a Reply