
मध्य प्रदेश में प्रशासनिक स्तर पर एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। प्रदेश सरकार ने तीन प्रमुख प्रभारी मंत्रियों की जिम्मेदारियों में फेरबदल किया है। इस बदलाव के केंद्र में कोतमा से विधायक और मंत्री दिलीप जायसवाल भी शामिल हैं, जिन्हें अब सीधी के साथ-साथ मंडला जिले की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। यह बदलाव संगठनात्मक मजबूती और प्रशासनिक सक्रियता को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इंदर सिंह परमार को बड़वानी से हटाकर खंडवा जिले की जिम्मेदारी दी गई है।
मंत्री दिलीप जायसवाल, जो पहले से ही सीधी जिले के प्रभारी थे, अब उन्हें मंडला जिले की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह पद रामनिवास रावत के जाने के बाद से रिक्त था।
मंत्री गौतम टेगवाले को उज्जैन के साथ-साथ अब बड़वानी जिले का प्रभार भी सौंपा गया है।
यह बदलाव आगामी चुनावों और संगठनात्मक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जिससे जिलों में प्रशासनिक दृष्टि से अधिक प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित हो सके। दिलीप जायसवाल जैसे अनुभवी विधायक को मंडला जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपना सरकार की एक रणनीतिक योजना का हिस्सा माना जा रहा है।



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