
(दिनांक 26 अप्रैल 2025 | स्थान ग्राम पसला, जिला अनूपपुर, मध्यप्रदेश)
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री मोती ऊर्रहमान जी के निर्देशानुसार, यातायात पुलिस अनूपपुर द्वारा “सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान” के तहत ग्राम पसला में विशेष यातायात चौपाल का आयोजन किया गया।
दोपहर का समय था। पसला गांव की चौपाल पर पीपल के विशाल पेड़ की छांव में ग्रामीणजन बड़ी संख्या में एकत्रित हुए थे। चारों ओर खाटें बिछी थीं, कहीं बोरी पर लोग बैठे थे, कहीं कोई गमछा बिछाकर। मिट्टी की सौंधी खुशबू वातावरण में घुली थी।

बीचों-बीच अपने चिरपरिचित अंदाज में कक्का घसीटा चौरंगी लाल चौपाल की अगुवाई कर रहे थे।
कक्का ने अपनी आंखों पर हाथ रखते हुए धूप से बचते हुए मुस्कुराकर कहा –
“अरे भइया सुनो-सुनो, आज अनूपपुर की ट्रैफिक पुलिस आई है, गांव में पढ़ाई-लिखाई नहीं, सीधी-सी बात… जान की पढ़ाई, जान की रक्षा वाली पढ़ाई…।”
पास ही एक बड़ी जीप खड़ी थी, जिस पर “यातायात पुलिस अनूपपुर” लिखा था।
यातायात प्रभारी श्रीमती ज्योति दुबे अपने दल के साथ वहां मौजूद थीं। उनके हाथ में रंगीन पोस्टर, चार्ट्स और माइक था।


ज्योति दुबे जी ने मुस्कुराते हुए ग्रामीणों को संबोधित किया – “भाइयों-बहनों! आज हम यहां आपके बीच यह बताने आए हैं कि सड़क पर चलते समय कैसे अपनी और दूसरों की जान सुरक्षित रखनी है।”
कक्का ने चुटकी लेते हुए पूछा – “अरे बिटिया, हम तो बैलगाड़ी से जाते हैं, हमें का पढ़ाओगी?”
इसपर सभी लोग हंस पड़े।
ज्योति दुबे जी ने मुस्कुराते हुए सहजता से जवाब दिया – “कक्का, सड़क सबके लिए है। बैलगाड़ी हो या बाइक, पैदल हो या वाहन चालक, नियम सबके लिए जरूरी हैं।”
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य



1. हेलमेट और सीट बेल्ट का महत्व
पोस्टर दिखाकर समझाया गया कि हेलमेट पहनने से सिर की चोट से कैसे बचा जा सकता है।
वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाने की अनिवार्यता और इसके फायदों पर चर्चा की गई।
2. गुड सेमेरिटन योजना
सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने वालों को कानूनी सुरक्षा देने की सरकारी योजना के बारे में जानकारी दी गई।
यह स्पष्ट किया गया कि सहायता करने पर पुलिस या अस्पताल में कोई कानूनी झंझट नहीं होगा।
3. हिट एंड रन पीड़ित सहायता योजना
सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों के लिए सरकार द्वारा घोषित मुआवजा योजनाओं की जानकारी साझा की गई।
4. शराब पीकर गाड़ी चलाने और ओवरस्पीडिंग के खतरे
‘ड्रिंक एंड ड्राइव’ की खतरनाक प्रवृत्ति और तेज रफ्तार से होने वाले जानलेवा परिणामों पर विशेष रूप से जोर दिया गया।
5. ब्रेकिंग डिस्टेंस और ओवरटेकिंग के नियम
सड़क पर गाड़ियों के बीच उचित दूरी बनाए रखने तथा सुरक्षित तरीके से ओवरटेक करने के नियमों को बताया गया।


चौपाल में दिखा उत्साह
बच्चे ट्रैफिक साइन तख्तियां पकड़कर इधर-उधर दौड़ते नजर आए।
युवा वर्ग पूरी गंभीरता से दिशा-निर्देश सुनता रहा।
महिलाएं सवाल पूछ रही थीं कि अगर बच्चा अचानक सड़क पर आ जाए तो क्या करें।
इस दौरान यातायात प्रभारी ज्योति दुबे जी ने दो युवाओं के नामों की घोषणा करते हुए कहा “ग्राम पसला के दो होनहार युवा – श्री राजकुमार पटेल और श्री राहुल पटेल को ‘यातायात मित्र’ नियुक्त किया जाता है। ये दोनों अब गांव में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता फैलाएंगे और यातायात पुलिस का सहयोग करेंगे।”
कक्का ने जोरदार ताली बजाते हुए कहा “वाह भइया! अब राजकुमार और राहुल हमर गांव के ट्रैफिक गुरु बन गए। खूब पढ़ाओ, खूब बताओ!”
चौपाल में चारों ओर उल्लास का वातावरण था
कई ग्रामीण मोबाइल से वीडियो बना रहे थे।
सरपंच संत्री सिंह जी ने माइक से सबको ट्रैफिक नियमों का पालन करने की शपथ दिलवाई।
पुलिस जवानों ने छोटे बच्चों को ट्रैफिक स्टिकर और बैज भी वितरित किए।

आज की चौपाल का समापन
अंत में यातायात प्रभारी ज्योति दुबे जी ने सबको धन्यवाद देते हुए कहा कि – “ऐसी चौपालें आगे भी लगातार आयोजित की जाएंगी ताकि सड़क सुरक्षा को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।”
कक्का घसीटा चौरंगी लाल ने अपनी लाठी टेकते हुए चौपाल का समापन करते हुए कहा – “देखो भइया, जान है तो जहान है। हेलमेट बांधो, सीट बेल्ट कसो अउर सड़क पर धीरे चलो। सरकार पढ़ाई के बाद अब सड़क की भी पढ़ाई करावे है। अच्छा है, अच्छा है।”


यह चौपाल पुलिस अधीक्षक श्री मोती ऊर्रहमान जी के निर्देश पर यातायात पुलिस अनूपपुर द्वारा आयोजित किया गया था।
इस चौपाल ने ग्रामवासियों में सड़क सुरक्षा के प्रति गहरी जागरूकता उत्पन्न की।
कैलाश पाण्डेय



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