
क्रिकेट का IPL का हर चौका यहां पैसे बरसाता है!
आइए हम अनूपपुर कोतमा क्षेत्र में घसीटा और चौरंगी लाल के साथ आईपीएल सट्टा भ्रमण पर आधारित एक यात्रा करते हैं — जिसमें कोतमा की गलियों की सच्चाई, समाज सेवा की आड़ में चल रही सट्टेबाज़ी, और जोशी जी की अघोषित ‘क्रिकेट सट्टा को उजागर किया गया है।
घसीटा और चौरंगी लाल का कोतमा भ्रमण करते हुए जोशी IPL match सट्टा किंग की बातचीत
समय IPL का सीजन, शाम के 7:15 — सूर्य ढल चुका है, लेकिन मोबाइल स्क्रीनें चमक रही हैं।
घसीटा (माथे पर पसीना पोंछते हुए)
“चौरंगी भैया, इ गली तो पहिले पान की खुशबू से भरी रहती थी, अब हर दुकान पर एक्सचेंज आईडी का रेट लिखा है!”
चौरंगी लाल (नोटबुक निकालते हुए)
“घसीटा, अब जमाना बदल गया है। लोग भांग-ठंडाई छोड़कर अब बैंगलोर-बम्बई के मैच पे ‘सेवा’ कर रहे हैं। इसको कहते हैं डिजिटल भक्ति।”
(दृश्य – एक गली में चाय की टपरी, सामने एक बोर्ड टंगा है – “आज का रेट: कोहली कैच पकड़ेगा @1.45, धोनी छक्का मारेगा @2.10”)
घसीटा
“ओ बाप रे! ई तो कोई मंडी लग रही है सट्टे की। और देखो, उ बैठा है जोशी!”
चौरंगी लाल
“वही तो ‘समाज सेवक’ जो बच्चों को ‘सट्टा गणित’ सिखाता है। जिसने बोला था – ‘हर बॉल एक अवसर है, हर ओवर एक आशीर्वाद!’ “
सेवक राम का सत्संग और जोशी का सेंटर
(दृश्य – टपरी के कोने पर बैठा सेवक राम, गेरुआ गमछा ओढ़े, मोबाइल पर कॉल कर रहा है)
सेवक राम
“हाँ जोशी भैया, उ लड़का जो 9वीं फेल है, उसको कल से ‘Live Rate Update’ सिखाना है। उसने dream11 में एकबार दस हज़ार जीते थे, अब समाजसेवी बनना चाहता है।”
जोशी (मोबाइल पर)
“सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है सेवक जी। उ लड़का तैयार हो तो कल ‘टॉस क्लास’ से शुरू कर देंगे।”
घसीटा और चौरंगी लाल का टकराव
घसीटा
“चौरंगी, हम तो समझे थे समाज सेवा मतलब भोजन वितरण, अब समाज सेवा मतलब ‘बैटिंग लाइनअप की भविष्यवाणी’ हो गई है?”
चौरंगी लाल
“और पुलिस? वो तो बस पूछती है – ‘आज कौन खेलेगा?’ कार्रवाई तब होगी जब धोनी खुद आके बोलेगा – ‘जोशी को पकड़ो!’”
(पास से गुजरते लड़कों की बातचीत)
लड़का 1 “आज जोशी भैया ने बोला था – डेविड वॉर्नर आउट होगा जल्दी, हमनें पूरे पांच हजार कमा लिए!”
लड़का 2 “मेरे बाबूजी बोले – पढ़ाई में मन लगाओ, लेकिन जोशी भैया ने कहा – ‘मैच पढ़ो, पैसा खुद मिलेगा!’”
चौराहा संवाद – गांव की चौपाल
(दृश्य – एक पेड़ के नीचे बुज़ुर्ग बैठे हैं, रेडियो की जगह मोबाइल से क्रिकेट कमेंट्री चल रही है)
बुज़ुर्ग
“जब हम छोटे थे, तब सत्संग होता था। अब IPL सट्टा संग होता है। बालक पहले कंचे खेलते थे, अब ‘Live Bet’ लगाते हैं।”
घसीटा (गंभीर स्वर में)
“इस जोशी ने कोतमा को ‘सट्टा मेला’ बना दिया है। यहां ईमानदारी हार गई और ID नंबर जीत गया।”
अंतिम दृश्य – रात का अंधेरा और मोबाइल की रौशनी
चौरंगी लाल और घसीटा चलते हुए सोचते हैं…
घसीटा
“भैया, अब तो डर लगता है… कहीं मंदिर में भी ‘Live Score’ न दिखने लगे।”
चौरंगी लाल
“और कौन जाने, आने वाले दिन में गांव का सरपंच भी जोशी से पूछे – ‘भैया, कौन जीतेगा अगला चुनाव?’ “

अनूपपुर /कोतमा अब कोई छोटा कस्बा नहीं, यह “सट्टा संस्कृति” का नया केंद्र बन चुका है। जहां समाजसेवा, शिक्षा, और रोज़गार सब कुछ जोशी ब्रांड ‘सट्टा में समा गया है।
जोशी – एक नाम नहीं, अब IPL match सट्टा किंग है।
और सेवक राम? वो उसका प्रचारक है।
और घसीटा–चौरंगी जैसे लोग?
वो हैं गवाह… उस बदलाव के जो सन्नाटा नहीं, मोबाइल की रिंगटोन में आता है।
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