
बॉक्सर पत्नी बनाम कबड्डी चैंपियन पति – प्यार, संघर्ष और हिंसा की दास्तान
हरियाणा की मिट्टी से निकले दो चमकते सितारे – स्वीटी बूरा, अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग की धाकड़ खिलाड़ी, और दीपक हुड्डा, कबड्डी के बेहतरीन योद्धा। दोनों की कहानी किसी रोमांचक उपन्यास की तरह थी – खेल की दुनिया के दो सितारे, प्यार में डूबे हुए, और फिर शादी के पवित्र बंधन में बंधे। लेकिन जब खेल खत्म हुआ और असली ज़िंदगी शुरू हुई, तो रिश्तों की बुनियाद में दरारें पड़ने लगीं। यह कहानी सिर्फ़ एक शादी के टूटने की नहीं, बल्कि प्रेम से घृणा तक के सफर की भी है।
शादी का सपना, हकीकत एक की जंग है

तीन साल पहले जब स्वीटी बूरा और दीपक हुड्डा की शादी हुई, तो हरियाणा के खेल प्रेमियों ने इसे “परफेक्ट कपल” कहा। दोनों अपने-अपने खेल के धुरंधर, मेहनती और सफलता के शिखर पर। लेकिन शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह रिश्ता इतनी कड़वाहट और हिंसा में बदल जाएगा।
शादी के शुरुआती दिनों में दोनों के बीच प्यार था, लेकिन धीरे-धीरे संबंधों में दरारें पड़ने लगीं। स्वीटी का आरोप है कि दीपक की महत्वाकांक्षाएँ सिर्फ़ खेल तक सीमित नहीं थीं, बल्कि दहेज और पैसों की भी थीं। उनका कहना है कि शादी के समय एक करोड़ रुपये और फॉर्च्यूनर कार देने के बावजूद, दीपक ने ढाई करोड़ की मर्सिडीज़ की मांग की। इस रिश्ते में पैसे और संपत्ति का गणित इतना उलझ गया कि दोनों का प्रेम कहीं पीछे छूट गया।
महिला थाने में खेल के योद्धाओं की जंग
अक्टूबर 2024 की एक शाम, हिसार के महिला थाने में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जो किसी फिल्म से कम नहीं था। पति-पत्नी का विवाद पुलिस तक पहुँचा और दोनों को थाने बुलाया गया। मामला गंभीर था, दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप थे। लेकिन जो हुआ, उसने सबको चौंका दिया।

जैसे ही दीपक हुड्डा और स्वीटी बूरा आमने-सामने बैठे, माहौल गर्माने लगा। आरोपों और अपशब्दों की गर्मी के बीच अचानक स्वीटी अपनी कुर्सी से उठीं और ग़ुस्से में दीपक का गला दबाने लगीं! यह नज़ारा देख थाने के पुलिसकर्मी और वहां मौजूद लोग हक्के-बक्के रह गए। एक बॉक्सर की आक्रामकता और ताकत, थाने के भीतर, उसके ही पति के खिलाफ़ इस्तेमाल हो रही थी।
दीपक के चेहरे पर एक पल के लिए डर झलक गया – वह व्यक्ति जिसने कभी कबड्डी के मैदान में बड़े-बड़े योद्धाओं को गिराया था, आज अपनी ही पत्नी की पकड़ में फंस गया। किसी तरह पुलिसकर्मियों ने दोनों को अलग किया। यह सब CCTV कैमरों में कैद हो गया, और वीडियो सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल गया।
स्वीटी की सफाई – “मुझे इंसाफ़ चाहिए, सिर्फ़ तलाक़ दो!”
इस वीडियो के बाद, स्वीटी बूरा ने सफाई दी – “यह वीडियो तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। इसमें से वो हिस्से हटा दिए गए हैं, जहां दीपक मुझे गालियाँ दे रहा था। मैं सिर्फ़ इंसाफ़ चाहती हूँ, मुझे इस आदमी से कुछ नहीं चाहिए, बस तलाक़ चाहिए!”
स्वीटी ने यह भी कहा कि पुलिस और प्रशासन दीपक के प्रभाव में काम कर रहे हैं। “अगर मैं इतनी बुरी हूँ, तो फिर दीपक मुझे तलाक़ क्यों नहीं दे देता?” उनका यह सवाल हर किसी के दिमाग में गूंज रहा था।

दीपक हुड्डा का पलटवार – “मेरी जान खतरे में है!”
लेकिन कहानी का दूसरा पहलू भी है। दीपक हुड्डा का कहना है कि स्वीटी सिर्फ़ एक पीड़ित पत्नी नहीं, बल्कि एक हिंसक प्रवृत्ति की महिला है। “उसने सोते समय मेरा सिर फोड़ दिया था, चाकू से मुझ पर हमला किया। मेरे परिवार को बर्बाद करने की धमकी दी।”
दीपक ने रोहतक पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने दावा किया कि स्वीटी और उसके परिवार ने उनका पैसा हड़प लिया।
खेल से कोर्ट तक – क्या होगा इस रिश्ते का अंजाम?
यह विवाद सिर्फ़ एक पति-पत्नी के झगड़े तक सीमित नहीं रहा। यह मामला दिखाता है कि प्रेम, विवाह और विश्वासघात की जटिलता कितनी गहरी हो सकती है। खेल के ये दो योद्धा, जो कभी राष्ट्रीय गौरव थे, अब न्यायालय के कठघरे में एक-दूसरे के ख़िलाफ़ खड़े हैं।
किसकी सच्चाई सही है और कौन झूठा? यह तय करना आसान नहीं, लेकिन यह कहानी इतना ज़रूर बताती है – जब प्यार, पैसा और अहंकार टकराते हैं, तो रिश्ता खेल के मैदान से भी कठिन लड़ाई बन जाता है।
अब यह देखना होगा कि क्या यह मामला अदालत में सुलझेगा, या फिर इसमें नए मोड़ आएंगे? क्या स्वीटी को इंसाफ़ मिलेगा, या दीपक खुद को निर्दोष साबित कर पाएंगे?
इस कहानी का अंत अभी बाकी है…
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