

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक आदिवासी परिवार द्वारा बंधक बनाए गए युवक को छुड़ाने पहुंची पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया गया। इस हिंसक झड़प में एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) की मृत्यु हो गई, जबकि थाना प्रभारी, तहसीलदार और अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना का संदर्भ और पृष्ठभूमि
यह पूरा मामला करीब दो महीने पहले हुए एक सड़क हादसे से जुड़ा है। अशोक कुमार आदिवासी नामक व्यक्ति की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो गई थी, लेकिन उसके परिवार ने इसे मात्र हादसा न मानते हुए इसे हत्या करार दिया। परिवार ने सनी द्विवेदी नामक युवक पर अपने परिजन की हत्या का आरोप लगाया था।
तनाव का बढ़ना और हिंसक घटनाक्रम
घटना होली के दिन शाम करीब 4 बजे की है, जब आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर उसकी निर्दयता से पिटाई कर दी। घटना की सूचना मिलने पर शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारतीय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उनके साथ हनुमना तहसीलदार कुंवारे लाल पनिका, एएसआई बृहस्पति पटेल, एसडीओपी रीडर अंकित शुक्ला, और 25वीं बटालियन के जवान जवाहर सिंह यादव भी मौजूद थे।
जैसे ही पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी आरोपियों के कब्जे से सनी को छुड़ाने कमरे में पहुंचे, वैसे ही आदिवासी परिवार एवं अन्य हमलावरों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में एएसआई बृहस्पति पटेल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि थाना प्रभारी संदीप भारतीय समेत कई अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।


स्थिति बिगड़ने पर भारी पुलिस बल तैनात
हमले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी संदीप भारतीय ने शीर्ष अधिकारियों को सूचना भेजी, जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा। हमलावरों की गिरफ्तारी के दौरान स्थिति और अधिक बिगड़ गई, जिससे तनाव और बढ़ गया।
पुलिस ने मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन इस कार्रवाई के बाद स्थानीय आदिवासियों ने और अधिक आक्रामक रुख अपनाया। क्षेत्र में उत्तेजना का माहौल बना हुआ है, जिसे नियंत्रण में लाने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।


वर्तमान स्थिति और आगे की कार्रवाई
घायलों को मऊगंज सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। कुछ पुलिसकर्मियों को आरोपियों द्वारा बंधक बनाए जाने की भी खबरें हैं, जिन्हें छुड़ाने के लिए पुलिस विशेष रणनीति के तहत अभियान चला रही है।
इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की तैयारी चल रही है।
स्थिति पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थानीय प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।



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