
ग्वालियर रील बनाने की सनक एक युवक के लिए घातक साबित हुई। शहर के लेगेसी प्लाजा में हुए गैस सिलेंडर विस्फोट में झुलसे युवक अनिल राणा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि उसकी रिश्तेदार रंजना राणा की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण कर मामले में मर्ग कायम कर लिया है।
खतरनाक एक्सपेरिमेंट बना मौत का कारण
घटना बीते सप्ताह गोला का मंदिर क्षेत्र के भिंड रोड स्थित लेगेसी प्लाजा में हुई। 34 वर्षीय रंजना राणा और अनिल राणा रील बनाने के लिए एलपीजी गैस से विशेष प्रभाव (स्पेशल इफेक्ट) तैयार कर रहे थे। रात करीब 2 बजे दोनों ने गैस सिलेंडर से एलपीजी रिसाव कर वीडियो शूट करना शुरू किया।
सीएफएल जलाते ही हुआ भयानक धमाका
गैस पूरे कमरे में फैल चुकी थी, लेकिन इस बात से अनजान दोनों ने जब वीडियो के लिए रोशनी बढ़ाने के मकसद से सीएफएल ऑन किया, तो स्पार्किंग के कारण जोरदार विस्फोट हो गया। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि फ्लैट की खिड़कियां, दरवाजे और ग्रिल तक उखड़ गए।
रील बनाने के लिए रिसाव की गई थी सात किलो एलपीजी
पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों ने कुल सात किलो एलपीजी गैस लीक कर दी थी। इस घटना के दौरान उनके मोबाइल फोन से 23 छोटे वीडियो बरामद हुए, जिनमें 15 से 40 सेकंड तक के कई क्लिप शामिल थे।
मृत्यु से पहले अनिल का बयान
अस्पताल में भर्ती अनिल राणा ने अपने अंतिम बयान में बताया कि वीडियो में धुएं के बीच से निकलने का स्पेशल इफेक्ट देने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा था। पहले भी उन्होंने इसी तरह का वीडियो शूट किया था, जो सफल रहा था। इस बार अधिक गैस रिसाव के कारण हादसा हो गया।
इस हादसे ने फिर साबित कर दिया कि सोशल मीडिया पर लोकप्रियता पाने की लालसा कई बार घातक साबित हो सकती है। वीडियो बनाने के जुनून में सुरक्षा उपायों की अनदेखी जानलेवा बन गई। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के खतरनाक प्रयोगों से बचें और सावधानी बरतें।
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