



नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार, 15 फरवरी 2025 की रात, महाकुंभ में शामिल होने प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कम से कम 17लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों का इलाज लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (LNJP) सहित अन्य अस्पतालों में जारी है।
समय और स्थान: शनिवार रात करीब 9:26 बजे, प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर यह हादसा हुआ, जहां प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों के लिए भारी भीड़ जमा थी।
कारण: महाकुंभ में शामिल होने के लिए हजारों यात्री स्टेशन पर पहुंचे थे। इसी दौरान, दो ट्रेनें देरी से चल रही थीं, जिससे भीड़ का दबाव बढ़ता गया और स्थिति अनियंत्रित हो गई।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
रेलवे बोर्ड: रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
विशेष ट्रेनें: भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने प्रयागराज के लिए चार विशेष ट्रेनों का संचालन किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: प्रधानमंत्री ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द स्वस्थ हों।”
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना: उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से बात कर स्थिति को संभालने के निर्देश दिए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान
स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। प्लेटफॉर्म पर यात्री एक-दूसरे पर चढ़ गए, जिससे भगदड़ मच गई। कई लोग एक घंटे तक दबे रहे, जिससे उनकी मौत हो गई।
रेलवे का बयान
रेलवे के पीआरओ दिलीप कुमार ने कहा कि स्टेशन पर भीड़ अधिक थी, लेकिन भगदड़ या किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। हमारी टीम स्थिति पर नजर रखे हुए है, और आरपीएफ के जवान और मेडिकल टीम मौके पर मौजूद हैं।
यह घटना प्रशासन और रेलवे की तैयारियों पर सवाल खड़े करती है, विशेषकर ऐसे महत्वपूर्ण आयोजनों के दौरान जब भीड़ प्रबंधन अत्यंत आवश्यक होता है। उम्मीद है कि उच्चस्तरीय जांच से घटना के वास्तविक कारणों का पता चलेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाए।
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