
जगदीश परमार
मध्य प्रदेश के उज्जैन की 13 वर्षीय प्रतिभावान खिलाड़ी आरना कानोड़िया ने मडगांव, गोवा में आयोजित पांचवीं SCKFI अंतरराष्ट्रीय कराते प्रतियोगिता में अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए कुमिते और काता श्रेणियों में दो स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश और देश का गौरव बढ़ाया। आरना की इस अद्भुत उपलब्धि ने उज्जैन के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ा है।
पहले भी साबित की है अपनी काबिलियत
यह पहली बार नहीं है जब आरना ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इससे पहले नवंबर 2024 में पचमढ़ी, मध्य प्रदेश में आयोजित MPSKA सब-जूनियर कराते चैंपियनशिप में भी उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। उनके लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन ने खेल जगत में उनका कद और भी ऊंचा कर दिया है।
मुख्यमंत्री का प्रोत्साहन और गुरुजनों का मार्गदर्शन
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा बालिका सशक्तिकरण और खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के प्रयासों का असर आज प्रदेश की बेटियों के शानदार प्रदर्शन में देखा जा सकता है। पदक जीतने के बाद आरना ने अपने गुरु मुकुंद झाला और पूर्वा झाला का आशीर्वाद लिया और अपनी सफलता का श्रेय उनके मार्गदर्शन को दिया।
आरना के सपनों की उड़ान
आरना ने अपनी उपलब्धियों को केवल एक शुरुआत बताते हुए कहा कि उनका लक्ष्य इससे कहीं बड़ा है। उनका आत्मविश्वास और समर्पण उन्हें भविष्य में और भी ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
युवाओं के लिए प्रेरणा
आरना कानोड़िया की यह सफलता न केवल उज्जैन बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। उनकी यह उपलब्धि नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है और यह दिखाती है कि मेहनत और लगन से किसी भी ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है।
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