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सेवा का अंत, सम्मान का आरंभ विदाई समारोह में भावनात्मक पल

सेवा का अंत, सम्मान का आरंभ विदाई समारोह में भावनात्मक पल



सरकारी सेवा में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए विदाई का क्षण केवल सेवा का अंत नहीं, बल्कि उनके कर्तव्यों और समर्पण के प्रति समाज की कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर होता है। ऐसे में, सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों के लिए एक गरिमामय विदाई समारोह का आयोजन, न केवल उनके योगदान को सम्मानित करता है, बल्कि उनके जीवन में एक नई शुरुआत का संकेत भी देता है। अनूपपुर जिले में 2 जनवरी 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित ऐसा ही एक आयोजन, दो अनुभवी और समर्पित उप निरीक्षकों मिजाजी राम प्रजापति और अवध प्रसाद पांडे के लिए किया गया।
दिनांक 2 जनवरी 2025 को अनूपपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मीटिंग हॉल में दिसंबर माह में सेवानिवृत्त हुए उप निरीक्षक मिजाजी राम प्रजापति और उप निरीक्षक अवध प्रसाद पांडे के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री इसरार मंसूरी, डीएसपी (एम) श्री एम एस ठाकुर, रक्षित निरीक्षक ज्योति दुबे, अन्य अधिकारी-कर्मचारी, और सेवानिवृत्त अधिकारियोंके परिवारजन उपस्थित थे।


पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान ने अपने संबोधन में कहा, “पुलिस सेवा में अनुशासन, निष्ठा और समर्पण के साथ काम करना अत्यंत चुनौतीपूर्ण होता है। मिजाजी राम प्रजापति और अवध प्रसाद पांडे ने इन मूल्यों का पालन करते हुए विभाग को गौरवान्वित किया है।”
मिजाजी राम प्रजापति का परिचय अनुशासन और निष्ठा की मिसाल
मिजाजी राम प्रजापति का जन्म 15 दिसंबर 1962 को ग्राम ओबरा, थाना चंदिया, जिला उमरिया में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा उमरिया में पूरी की। 7 अगस्त 1983 को आरक्षक के रूप में पुलिस विभाग में अपनी सेवा की शुरुआत की। उनकी पहली तैनाती जिला शहडोल में हुई।
1999 से 2013 तक उमरिया जिले में सेवा देने के बाद, 2012 में सहायक उप निरीक्षक के रूप में प्रमोशन पाकर अनूपपुर में तैनात हुए। अनूपपुर में उन्होंने थाना कोतमा, थाना कोतवाली, थाना राजेंद्रग्राम और थाना चचाई में सेवा दी। उनके करियर की खास बात यह रही कि वे लगातार अनुशासन और समर्पण के साथ अपने कार्यों में अग्रणी रहे।

31 दिसंबर 2022 को उप निरीक्षक पद पर प्रमोशन पाकर उन्होंने अपने 41 साल 4 महीने और 24 दिनों की सेवा को विराम दिया। उनके योगदान को विभाग ने कई पुरस्कारों और प्रशस्तियों से सम्मानित किया।
अवध प्रसाद पांडे का परिचय कर्तव्यनिष्ठा की प्रेरणा
अवध प्रसाद पांडे का जन्म 1 जनवरी 1963 को ग्राम बरखेड़ा, थाना मानपुर, जिला उमरिया में हुआ। उन्होंने स्नातक शिक्षा पूरी करने के बाद 1 जुलाई 1981 को आरक्षक के पद पर भर्ती होकर पुलिस सेवा में प्रवेश किया।


उनकी पहली तैनाती जिला शहडोल में हुई। 1997 से 2000 तक उमरिया में और 2000 से 2003 तक बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में सेवा देने के बाद, उन्होंने उमरिया जिले में लंबे समय तक कार्य किया। 2013 में सहायक उप निरीक्षक पद पर प्रमोशन मिलने के बाद, 2021 में उनका स्थानांतरण अनूपपुर हुआ।
24 जुलाई 2024 को उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नत होकर उन्होंने थाना कोतमा में सेवा की। अपने 43 साल 6 महीने के करियर में उन्होंने कर्तव्य और समर्पण की मिसाल पेश की।
इस समारोह में सेवानिवृत्त अधिकारियों के परिवारजन विशेष रूप से उपस्थित थे। अपने परिजनों का सम्मान होते देख उनकी आंखों में गर्व और खुशी साफ झलक रही थी।
कार्यक्रम के अंत में सेवानिवृत्त अधिकारियों को स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र और पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सेवा से विदाई नई शुरुआत का संकेत
मिजाजी राम प्रजापति और अवध प्रसाद पांडे के सम्मान में आयोजित यह विदाई समारोह, न केवल उनके योगदान का सम्मान था, बल्कि उनकी जीवन यात्रा के अगले चरण की शुभकामना भी।

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Kailash Pandey
Anuppur
(M.P.)

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