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एक महीने पहले तय हो चुकी थी मेबिन की गिरफ्तारी, खबर लगते ही भाग गया था

एक महीने पहले तय हो चुकी थी मेबिन की गिरफ्तारी, खबर लगते ही भाग गया था


जैसे ही पहुंचा  पुलिस ने दबोचा,500 से ज्यादा स्टूडेंट्स वाले स्कूल के संचालकों की जांच हुई तेज,चेतावनी को इग्नोर करने वाले खाएंगे जेल की हवा,अभिभावकों के चेहरों में आई चमक

जबलपुर। फीस में भारी भ्रष्टाचार और किताबों के फर्जीवाड़े में बुरी तरह से उलझ गये जॉय स्कूल के सर्वेसर्वा अखिलेश मेबिन की गिरफ्तारी एक महीने पहले ही तय हो चुकी थी,लेकिन मेबिन को इसकी भनक लग गयी और उसी वक्त से वो शहर से बाहर निकल गया था। इस एक महीने के दरम्यिान पुलिस की टीम ने लगातार नजर रखी और जैसे ही मेबिन शहर से वापिस आया, उसे दबोच लिया गया। उल्लेखनीय है कि सोमवार को पुलिस ने अखिलेश मेबिन, अनुराग श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया है और कविता बलेछा की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। 
-क्या रसूख था,लेकिन हुआ क्या
अखिलेश मेबिन के बारे में मशहूर है कि शहर में कोई नहीं है,जो इस आदमी पर कार्रवाई कर सके। कई प्रमाणित घटनाक्रम हैं,जिनमें मेबिन और उसके स्कूल स्टाफ ने ना केवल अभिभावकों के साथ अभद्रता की,बल्कि हाथापाई की नौबत तक आ गयी। मेबिन का वो वीडियो भी खूब वायरल हुआ था,जिसमें वो क्लास रूम में बच्चों के सामने सिगरेट फूंकता हुआ नजर आ रहा है। जिला प्रशासन,पुलिस और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ये कार्रवाई काबिल-ए-तारीफ है,लेकिन इससे पहले गंभीरतम शिकायतों पर ये विभाग नोटिस जारी करने के अलावा कभी कुछ नहीं कर सके। इस वक्त मेबिन का साथ देने में नेता भी पीछे हट रहे हैं,लेकिन मामला सीधे पब्लिक से जुड़ा हुआ है और जांच के तथ्य भी एकदम स्पष्ट और पुख्ता हैं।
कई स्कूल संचालक हो सकते हैं गिरफ्तार
सूत्रों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में कुछ और स्कूलों के संचालकों को जेल की हवा खानी पड़ सकती है। फीस और किताबों को लेकर लगभग सभी स्कूलों के खिलाफ शिकायतें हैं,लेकिन ऑडिट रिपोर्ट के साथ खिलवाड़ करने वालों पर पहले शिकंजा कसा जाएगा। जिन स्कूलों में 500 से ज्यादा स्टूडेंट्स और 30 हजार से ज्यादा फीस है,उन्हें पहले टारगेट में लिया गया है। इसके बाद दूसरे स्कूलों को घेरा जाएगा। जांच दल के अधिकारी ने बताया कि मेबिन के मामले में किताब और फीस के हेरफेर के अलावा ढेरों शिकायतें थीं। हालाकि, मेबिन पर शिकंजा कसने से उन स्कूल संचालकों की करारा झटका लगा है,जो समझ रहे थे कि जांच ठंडे बस्ते में चली गयी थी।
वहीं, निराश अभिभावकों के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही है।
-जांच जारी रहेगी, कार्रवाई होगी
जिन स्कूलों ने चेतावनी देने के बाद भी अपनी गतिविधियां दुरुस्त नहीं की हैं, वे निश्चित तौर पर हमारी कार्रवाई की जद में हैं। जांच टीम लगातार काम कर रही है। दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं और तथ्यों की पड़ताल की जा रही है। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर

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