केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यदि उन्हें किसी गतिविधि के बारे में जानकारी मिलती है जो देश की सुरक्षा और अखंडता के खिलाफ है, तो क्या यह उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती कि वे राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दें? राज्यपाल का कहना है कि यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री से आई थी, तो क्या उन्हें मुख्यमंत्री से यह पूछना उचित नहीं है कि उन्होंने इस तरह की जानकारी उनसे क्यों छिपाई?
राज्यपाल ने यह भी कहा कि अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उन्होंने कभी भी किसी राष्ट्रविरोधी गतिविधि का जिक्र नहीं किया। विजयन का कहना है कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से किसी भी राष्ट्रविरोधी या राज्यविरोधी गतिविधियों का उल्लेख नहीं किया है, और राज्यपाल ने कहा कि वह इस बात को मानने के लिए तैयार हैं। हालांकि, विजयन के उसी पत्र में कहा गया है कि
इस बयान के माध्यम से राज्यपाल ने यह इंगित करने की कोशिश की कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के बारे में सीधे तौर पर कुछ न कहा हो, लेकिन सोने की तस्करी को लेकर उनकी टिप्पणियों ने इस मुद्दे को गंभीर बना दिया है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है।
केरल में सोने की तस्करी एक गंभीर समस्या रही है, जो मुख्य रूप से विदेशी सोने को अवैध तरीके से भारत लाने से जुड़ी है। यह तस्करी आमतौर पर कई रास्तों से होती है
गल्फ देशों से हवाई मार्ग केरल में कई लोग गल्फ देशों (जैसे यूएई, सऊदी अरब, कतर) में काम करते हैं और वहां से नियमित रूप से केरल लौटते हैं। तस्करी के लिए यह एक बड़ा मार्ग है। अक्सर तस्कर छोटे पैकेजों में सोने को छिपाकर यात्रियों के साथ भेजते हैं या उन पर दबाव डालते हैं कि वे अपने सामान में सोने को छिपा लें। हवाई अड्डों पर सख्त सुरक्षा के बावजूद, कभी-कभी छोटे कंसाइनमेंट पकड़ में नहीं आते हैं।
डिप्लोमैटिक बैगेज का दुरुपयोग 2020 में केरल के सोना तस्करी मामले में यह पाया गया था कि सोने को “डिप्लोमैटिक बैगेज” के रूप में छिपाकर लाया गया था, क्योंकि इस प्रकार के बैगेज की जांच करने की अनुमति बहुत ही सीमित होती है। इस मामले में यह सोना दुबई से आया था और इस स्कैंडल ने काफी राजनीतिक हलचल मचाई थी।
सीमा पार से समुद्री मार्ग तस्कर कभी-कभी समुद्री मार्ग का भी उपयोग करते हैं, जहां छोटी नावों और मछली पकड़ने वाले जहाजों के जरिए सोने को सीमा पार भेजा जाता है। ये तस्कर अक्सर गश्त वाले इलाकों से बचते हुए तट के दूरदराज हिस्सों का उपयोग करते हैं।
सोना कहां से आता है
यह अवैध सोना मुख्य रूप से दुबई और अन्य गल्फ देशों से आता है, क्योंकि वहां सोने पर टैक्स कम या नहीं होता। भारत में सोने पर आयात शुल्क और अन्य करों की दर अधिक है, इसलिए तस्कर सोने को बिना टैक्स चुकाए तस्करी कर भारत लाते हैं और ऊंचे दामों पर बेचते हैं।
सोने की तस्करी से जुड़े अधिकांश रैकेट अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संगठित होते हैं, जिनका उद्देश्य काले धन को सफेद करना और देश की आर्थिक प्रणाली को नुकसान पहुंचाना होता है।
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