
“पुलिस कार्य में बाधा और हाथापाई करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, कोतमा पुलिस की सख्त कार्रवाई
अनूपपुर जिले के कोतमा थाना क्षेत्र में शासकीय कार्य में बाधा डालने और पुलिसकर्मियों से हाथापाई करने वाले आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने त्वरित और सख्त कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। कोतमा पुलिस ने इस कार्रवाई से यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के साथ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी।
दिनांक 13 जून 2025 की रात्रि को थाना कोतमा के अपराध क्रमांक 106/25 धारा 13 जुआ एक्ट के फरार आरोपी मो. आकिब की गिरफ्तारी के प्रयास में एक अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस टीम को जानकारी मिलने पर जब आरोपी की तलाश में प्रधान आरक्षक संजीव त्रिपाठी (प्र.आर. 122) और रामखेलावन यादव (प्र.आर. 108) मौके पर पहुंचे, तो आरोपियों ने शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए धक्का-मुक्की, अश्लील गालियाँ दीं और पुलिसकर्मियों को जबरन घर में बंद कर लिया।
आरोपियों की सूची (Accused Persons)
1. मो. आकिब पिता अब्दुल रसीद उर्फ छेद्दी
2. अब्दुल रसीद उर्फ छेद्दी पिता अब्दुल समद
3. अब्दुल मुईद पिता अब्दुल समद
4. अब्दुल मुजीब पिता अब्दुल समद
5. अब्दुल बांके पिता अब्दुल समद
(सभी निवासी – ग्राम लहसुई, थाना कोतमा)
कानूनी कार्रवाई (Legal Action)
प्रधान आरक्षक संजीव त्रिपाठी की शिकायत के आधार पर थाना कोतमा में अपराध क्रमांक 271/25 अंतर्गत बीएनएस की धारा 127, 121(1), 221, 196, 132, 296, 224, 115(2), 3(5) के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया।
निरंतर दबिश देकर पुलिस टीम ने तीन मुख्य आरोपियों –
में
1. मो. आकिब 2. अब्दुल रसीद 3. अब्दुल मुजीब
को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां उनकी जमानत का कड़ा विरोध करते हुए न्यायालय से जेल वारंट प्राप्त कर तीनों को जिला जेल अनूपपुर भेजा गया।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका (Police Team’s Role)
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक रत्नाम्बर शुक्ला के नेतृत्व में
उप निरीक्षक अकबर खान
प्रधान आरक्षक विवेक त्रिपाठी (प्र.आर. 55)
प्रधान आरक्षक संजीव त्रिपाठी
आरक्षक अभय त्रिपाठी (आर.232)
चालक आरक्षक अनिल मरावी
ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
कोतमा पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली में आमजन का विश्वास बढ़ाया है, बल्कि यह भी स्पष्ट संदेश दिया है कि शासकीय कार्य में बाधा डालना और कानून के रखवालों से अभद्रता करना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह उदाहरण अनूपपुर जिले में कानून व्यवस्था की मजबूती और जवाबदेही को दर्शाता है।



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