
थोड़ा सा खाने के बाद पेट में बनने लगती है गैस? तो इन आयुर्वेदिक नुस्खों से पाएं तुरंत आराम, बिना किसी नुकसान के करें पेट को साफ
अगर आप थोड़ा भी खाने के बाद भारीपन, गैस या फुला हुआ पेट महसूस करते हैं, तो यह पाचन तंत्र की कमजोरी और पाचन अग्नि (जठराग्नि) की मंदता का संकेत हो सकता है। आयुर्वेद में इसे “अम दोष” कहा गया है, जिसका इलाज बिना साइड इफेक्ट के घरेलू और प्राकृतिक तरीकों से संभव है।
गैस बनने की प्रमुख आयुर्वेदिक वजहें
मंदाग्नि (कमजोर पाचन अग्नि)
बार-बार खाना खाना
गरिष्ठ भोजन
भोजन के तुरंत बाद सो जाना
मानसिक तनाव या चिंता
कम पानी पीना
आयुर्वेदिक नुस्खे – तुरंत गैस से राहत और पेट की सफाई के लिए
त्रिफला चूर्ण (Triphala Powder) – रात में एक चम्मच
कैसे लें एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी या दूध के साथ रात में सोने से पहले लें।
कब्ज दूर करता है, पेट साफ करता है और पाचन अग्नि को तेज करता है।
हींग (Asafoetida) का पानी – गैस के लिए रामबाण
कैसे लें एक चुटकी हींग को गर्म पानी में मिलाकर दिन में 1-2 बार पिएं।
लाभ: पेट की गैस और सूजन में तुरंत राहत देता है।
अजवाइन और काला नमक – खाना खाने के बाद
कैसे लें 1/2 चम्मच अजवाइन में चुटकीभर काला नमक मिलाकर गर्म पानी से लें।
लाभ गैस, डकार और बदहजमी में तुरंत असरदार।
सौंफ-धनिया-मिश्री चूर्ण – भोजन के बाद
कैसे लें बराबर मात्रा में सौंफ, सूखा धनिया और मिश्री मिलाकर चूर्ण बना लें। हर भोजन के बाद 1 चम्मच लें।
पाचन में सुधार और पेट की गर्मी शांत करता है।
गिलोय और तुलसी का काढ़ा – जठराग्नि बढ़ाने के लिए
कैसे लें गिलोय, तुलसी पत्ता और सौंठ डालकर काढ़ा बनाएं और दिन में एक बार पिएं।
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और पाचन शक्ति को मजबूत करता है।
सुबह खाली पेट गुनगुना नींबू पानी लें।
भोजन के तुरंत बाद न सोएं।
रात का खाना हल्का और जल्दी खाएं।
योग और प्राणायाम करें, विशेषकर पवनमुक्तासन, अपानासन और कपालभाति।
⚠️ इनसे बचें ठंडा पानी और कोल्ड ड्रिंक्स तली-भुनी चीजें देर रात तक जागना बिना भूख के खाना
गैस की समस्या चाहे छोटी लगे, लेकिन यह शरीर में “वात दोष” और पाचन तंत्र की खराबी का संकेत है। आयुर्वेद के ये उपाय न केवल गैस से राहत दिलाते हैं, बल्कि जठराग्नि को प्रबल बनाकर पेट को पूरी तरह से साफ और स्वस्थ रखते हैं – वो भी बिना किसी नुकसान के।



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