अनूपपुर जिले की कोतवाली पुलिस ने एक विशेष ऑपरेशन में तीन वर्षों से फरार चल रहे स्थाई वारंटी सल्लू उर्फ धुरू को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस के इस प्रयास को अपराधियों में कानून का डर और आम लोगों में सुरक्षा का भरोसा स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सल्लू उर्फ धुरू पर मारपीट के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 294, 323 और 506बी के तहत आरोपी था, लेकिन वह पिछले तीन वर्षों से लगातार फरार चल रहा था।
पुलिस टीम की सक्रियता और कार्यप्रणाली
पुलिस की इस कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक सुरेन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक महेन्द्र राठौर और शेख रसीद का विशेष योगदान रहा। उन्होंने सल्लू उर्फ धुरू की गिरफ्तारी के लिए एक संगठित योजना बनाई। इस योजना के तहत पुलिस टीम ने आरोपी के सभी संभावित ठिकानों की गहन छानबीन की और उसे पकड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाईं। टीम की मेहनत और सूझबूझ का परिणाम था कि पुलिस आरोपी को बिलासपुर में उसके ठिकाने से गिरफ्तार करने में सफल रही।
सल्लू उर्फ धुरू के खिलाफ धारा 294, 323 और 506बी के तहत मामला दर्ज था। धारा 294 का आरोप अश्लील भाषा के प्रयोग से संबंधित है, धारा 323 शारीरिक हमला करने से जुड़ी है, और धारा 506बी धमकी देने के अपराध से संबंधित है। तीन साल पहले किसी विवाद में सल्लू पर मारपीट का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद से वह न्यायालय के सामने पेश नहीं हुआ, जिससे न्यायालय ने उसे स्थाई वारंटी घोषित कर दिया और उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया।
स्थाई वारंटी का महत्व और पुलिस की चुनौती
स्थाई वारंटी का अर्थ होता है कि आरोपी की गिरफ्तारी आवश्यक है और उसे न्यायालय में प्रस्तुत करना अनिवार्य है। जब आरोपी कई बार न्यायालय के आदेशों का पालन नहीं करता और पुलिस के सामने प्रस्तुत नहीं होता, तो उसकी गिरफ्तारी के लिए स्थाई वारंट जारी किया जाता है। इस प्रकार की स्थिति में पुलिस के लिए आरोपी को पकड़ना चुनौतीपूर्ण हो जाता है, विशेषकर जब वह लगातार ठिकाने बदलता रहता है।
गिरफ्तारी का पुलिस और समाज पर प्रभाव
पुलिस के इस ऑपरेशन से कानून-व्यवस्था में विश्वास और भी मजबूत हुआ है। एक फरार अपराधी की गिरफ्तारी से अन्य अपराधियों में भी कानून का डर बढ़ता है। इसके साथ ही, जनता में यह विश्वास पैदा होता है कि पुलिस अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सतर्क और समर्पित है। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का यह कदम अनूपपुर पुलिस के प्रयासों को सराहनीय बनाता है।
पुलिस टीम की रणनीति और सतर्कता
इस गिरफ्तारी को अंजाम देने के लिए पुलिस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से काम किया। उन्होंने आरोपी के विभिन्न ठिकानों पर छानबीन की और उसके दोस्तों तथा रिश्तेदारों से भी पूछताछ की। इसके माध्यम से उन्हें कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त हुईं, जो सल्लू उर्फ धुरू को पकड़ने में सहायक सिद्ध हुईं। टीम ने बिलासपुर में उसकी संभावित लोकेशन की पुष्टि कर, वहां जाकर उसे काबू किया ।
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