शहडोल की कमिश्नर और कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद शहडोल ने मांग की है तत्काल प्रभावशाली कार्यवाही कर शहडोल के वैभवशाली सांस्कृतिक धरोहर मोहन राम मंदिर को हाई कोर्ट के निर्देशानुसार तत्काल स्वतंत्र समिति को प्रभार दिलाया जाए।
ब्राह्मण एकता परिषद ने कहा शहडोल नगर के हृदय स्थल स्थित स्वर्गीय पंडित मोहन राम पांडे जी द्वारा अपनी निजी संपत्ति पर निमित्त दान सुधा आरजी मोहन राम मंदिर दो तालाब रिक्त भूमि निर्मित मकान तथा कटनी जिले में स्थित पोंड़ी गांव की करीब 170 एकड़ जमीन तथा कटनी नगर में 10 मकान निर्मित कर मंदिर समिति को दान दिए थे जो वर्तमान में श्री रघुनाथ जी राम जानकी शिव पार्वती मोहन राम मंदिर ट्रस्ट शहडोल में शहडोल नगर में 20 एकड़ भूमि पर आवास है।
मंदिर ट्रस्ट के कुप्रबंधन के कारण इसका बाद उच्च न्यायालय जबलपुर में 2012 से लंबित है और 2012 में ही अंतिरिम आदेश के तहत न्यायालय विवाद निराकरण तक ट्रस्ट प्रबंधन हेतु न्यायालय माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश में गठित स्वतंत्र समिति के द्वारा किया जाना है। उच्च न्यायालय के आदेश पालन हेतु अनुविभागीय अधिकारी सोहागपुर द्वारा स्वतंत्र समिति का गठन 2013 में कर दिया गया था किंतु आज 12 वर्ष बाद भी ट्रस्ट का प्रभार प्रशासन द्वारा स्वतंत्र समिति को नहीं दिलाया जा सका है। जबकि 2013 के आदेश के बाद कई बार और अनुविभागीय अधिकारी सोहागपुर द्वारा गठित स्वतंत्र समिति को प्रभार दिलाए जाने हेतु संबंधित पक्षकारों को पत्र लिखे हैं। बावजूद गठित स्वतंत्र समिति को कार्य प्रभार 12 वर्ष बाद भी तानाशाही के चलते नहीं दिया जा सका है। परिणाम स्वरूप हमारे ब्राह्मण समाज के गौरव पुरुष स्व. पंडित मोहनराम जी पांडे की निजी संपत्ति से निर्मित ट्रस्ट आरजी में भ्रष्टाचार लूटखसोट और अराजकता की स्थिति बन गई है। कटनी स्थित आराजी करीब 171 एकड़ जमीन मकान पहाड़ तालाब व शहडोल की 20 एकड़ भूमि मंदिर मकान तालाब भी अनाधिकृत कब्जाधारीपुर ट्रस्टियों के द्वारा खुर्दबुर्द की जा रही है व उनके द्वारा सतना, रीवा ,शहडोल व अन्य स्थानों में भ्रष्टाचार से संपत्ति अर्जित की जा रही है।
ज्ञापन में ब्राह्मण एकता परिषद ने कहा है देखा गया है कि नोटिस भेज कर भी अधिकारी आश्चर्यजनक तरीके से चुप हो जाते हैं, परिणाम स्वरूप हमारे ब्राह्मण पूर्वजों के आध्यात्मिक व लोकहित की संस्था प्रशासकीय असफलता एवं अराजकता में नष्ट-भ्रष्ट हो रही है।
ब्राह्मण एकता परिषद ने बताया वर्तमान में स्वच्छता पखवाड़ा भी इस मामले में एक ढपोल संख साबित हो रहा है क्योंकि शहर के हृदय स्थल स्थित मोहन राम मंदिर का स्रोत तालाब पूरे शहर के मलमूत्र मलजल का बदबूदार तालाब बन गया है। जिसकी सफाई वह प्रबंधन समिति का हाई कोर्ट के निर्देशानुसार प्रभार नहीं होने के कारण नहीं की जा रही है। इसी तरह अन्य रिक्त भूमि भी कचरा का ढेर बन गया है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद ने कहा है मंदिर ट्रस्ट का संपूर्ण प्रभार माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर के आदेश के अनुसार गठित स्वतंत्र समिति को तत्काल एकतरफा दिलाए जाने की कार्यवाही करने की कृपा करें ताकि उक्त स्थल शहडोल नगर का गौरवशाली स्वच्छता एवं सुंदरता का केंद्र बन सके एवं आम आदमियों की आध्यात्मिक तथा नियमित दिनचर्या हेतु उत्कृष्ट केंद्र बन सके।
क्या अपन सपना वालों में प्रमुख रूप से अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के संयोजक पंडित अनिल शुक्ला अध्यक्ष पं. त्रिलोकी नाथ गर्ग संभागीय अध्यक्ष पंडित दया शंकर शुक्ला पंडित सुशील शर्मा पंडित अमर मिश्रा पंडित गौरव द्विवेदी ,पंडित राम मिलन शर्मा पंडित आरपी त्रिवेदी पंडित आरके तिवारी पंडित निखिल त्रिपाठी पंडित शरद मिश्रा सहित अन्य लोग शामिल रहे ।
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