



भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 में विभिन्न देशों और कंपनियों ने मध्य प्रदेश में निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। इस समिट में 60 से अधिक देशों के निवेशकों ने भाग लिया, जिसमें जर्मनी ‘भागीदार देश’ के रूप में शामिल हुआ।
जापान की व्यापार और निवेश संवर्धन एजेंसी जेट्रो के महानिदेशक हिरोयुकी कितामुरा, जर्मन ट्रेड एंड इन्वेस्ट की निदेशक सीमा भारद्वाज, और इन्वेस्ट ओटावा के वरिष्ठ नेतृत्व ने भी अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। इसके अलावा, इतालवी व्यापार एजेंसी, कनाडा की व्यापार आयुक्त सेवाएं, ऑस्ट्रेड (ऑस्ट्रेलिया), और मैट्रेड (मलेशिया) के प्रमुख प्रतिनिधि भी समिट में उपस्थित थे।
अब तक 4,30,615 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 5 लाख रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट का उद्घाटन करते हुए राज्य की निवेश क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाली

18 नई नीतियों को लॉन्च किया।
प्रमुख निवेश क्षेत्रों में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र एवं परिधान, खनन, आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, शहरी विकास, और पर्यटन शामिल हैं। हालांकि, विशिष्ट कंपनियों द्वारा किए गए निवेश की सटीक राशि और क्षेत्रवार विवरण अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
कांग्रेस ने पिछले निवेश सम्मेलनों के आधार पर निवेश के दावों पर सवाल उठाए हैं, जबकि भाजपा ने राज्य में हुए विकास कार्यों को रेखांकित किया है।
समिट के दौरान, विभिन्न देशों और कंपनियों के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो आने वाले समय में मध्य प्रदेश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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